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2020 तक दिल्ली से घाटी तक दौड़ेगी ट्रेन

kathua-5610b04c6f33d_exlstनिवार को कठुआ रेलवे स्टेशन का दौरा करने पहुंचे मंडल रेल प्रबंधक अनुज प्रकाश ने आने वाले वर्षों में रेलवे में बड़े स्तर पर बदलाव के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे को सुरक्षित और सुविधाओं से लैस करने के लिए बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है। 2020 तक घाटी को दिल्ली से सीधे रेलवे के माध्यम से जोड़े जाने पर जोर शोर से काम चल रहा है।

चिनाब पुल को इंजीनियरिंग का अजूबा बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दिनों राज्य दौरे पर आए रेलवे राज्य मंत्री ने भी काम में तेजी लाने को कहा था। इस पर तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे यात्रा को और सुरक्षित करने की दिशा में काम कर रहा है।

मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि रेलवे इस संभव तरीके से हादसों की आशंका को कम करने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि तकनीकी खराबी से हादसे होते हैं, लेकिन ह्यमन एरर से होने वाले हादसों को किस तरह से शून्य किया जाए, इसे लेकर रेलवे गंभीर है।

 

रेल हादसों को कम करने के लिए रेल मंत्रालय गंभीरता से काम कर रहा है। भविष्य में मानवीय गलती से ऐसे हादसे न हों, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। पिछले दिनों कठुआ में मालगाड़ी के तीन डिब्बों के डिरेल होने के मामले पर मंडल रेलवे प्रबंधक ने रेलवे स्टेशन के संबंधित अधिकारियों को भी कड़ी फटकार लगाई।

तकनीकी रूप से जानकारी और हादसे की वजह की जांच करते हुए उन्होंने बाकायदा अधिकारियों से साफ कह दिया कि यह गलती किसी न किसी की लापरवाही से हुई है। इस संबंध में पूछे गए सवाल का जबाव देते हुए मंडल रेल प्रबंधक अनुज प्रकाश ने कहा कि कुछ चीजें हाथ में नहीं होती। उन पर कंट्रोल किया जाना भी मुश्किल है, लेकिन जो गलती स्टाफ की वजह से हुई है, इसे लेकर जांच जारी है।

रेलवे प्लेटफार्म से सटकर सीमेंट और अन्य कच्चा माल उतारे जाने पर उन्होंने कहा कि रेलवे ने इसी असुविधा को देखते हुए बीच में एक दीवार लगा दी है। यदि फिर भी समस्या है तो सीमेंट को दूर के ट्रैक पर ही उतारा जाएगा।

उन्होंने गांव से सटकर सीमेंट उतारे जाने के संबंध में बताया कि हाई कोर्ट ने सीमेंट उतारने के लिए मनाही नहीं दी है। हालांकि, यह हिदायत जरूर दी है कि जहां तक हो सके रिहायशी इलाकों के पास इसे नहीं उतारा जाए। ऐसा उन्हें मजबूरी में ही करना पड़ता है।

 

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