21वीं सदी के महात्मा गांधी है पीएम मोदी: उमा
नई दिल्ली: केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उनकी तुलना महात्मा गांधी से कर डाली। उन्होंने कहा कि जैसे 20वीं सदी में महात्मा गांधी भारत के ‘आईकॉन’ थे, वैसे ही 21वीं सदी मोदी भारत के ‘आईकॉन’ हैं। उमा ने कहा कि जैसे महात्मा गांधी आजादी के लड़ाइयों, अन्याय और असमानता के खिलाफ किए गए जन संघर्षों के प्रेरणाश्रोत थे। गांधी 20वीं सदी में वैश्विक स्तर पर भारत का चेहरा थे। वैसे ही 21वीं सदी में मोदी वैश्विक स्तर आईकॉन बनकर लोगों के सामने आए हैं। यह पहला मौका नहीं है जब मोदी की तुलना महात्मा गांधी से की गई हो। इससे पहले भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के नवनियुक्त चेयरमैन लोकेश चंद्र भी मोदी को महात्मा गांधी से भी बड़ा बता चुके हैं। लोकेश चंद्र का कहना था कि मोदी विचारों में यकीन रखते हैं विचारधारा में नहीं। उन्होंने कहा कि वह महात्मा गांधी को पीछे छोड़़ सकते हैं। उन्होंन कहा था कि मोदी गरीबों के जीवन पर कार्ल मार्स से भी यादा प्रभाव डाला है। वह भगवान के अवतार हैं। उनका कहना था कि नरेंद्र मोदी के लिए राजनीति केवल चुनावों तक सीमित रहती है उसके बाद वे देश के बारे में सोचते हैं। लोकेश के मुताबिक मोदी के मन में कभी बदले की राजनीति नहीं रही है वह खुले दिमाग के हैं।