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21वीं सदी भारत की : मोदी

दस्तक टाइम्स/एजेंसी

moसैन होजे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा है कि 21वीं सदी भारत की है और दुनिया इस बात को स्वीकारने लगी है। मोदी यहां सैप सेंटर में भारतीय समुदाय के 18,००० लोगों को संबोधित कर रहे थे।मोदी ने अपने एक घंटे से अधिक लंबे संबोधन में कहा कि आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन विश्व की मुख्य चुनौतियां हैं। उन्होंने सभी देशों से इनका मिलकर सामना करने का अनुरोध किया।मोदी का यहां उसी तरह भव्य स्वागत किया गया, जैसा पिछले साल न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वेयर गार्डन में किया गया था।मोदी ने उत्साहित भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व जान गया है कि 21वीं सदी भारत की है।उन्होंने कहा, ‘‘कुछ समय पहले भारत विश्व से जुड़ने को तरस रहा था, लेकिन आज समय बदल गया है और अब विश्व भारत से जुड़ने को तड़प रहा है।’’उन्होंने कहा कि वह भारत की तरक्की के लिए अपना एक-एक पल और अपनी देह का प्रत्येक कतरा लगा देंगे।मोदी ने वहां मौजूद लोगों से जब पूछा कि क्या सरकार में आने के पिछले 16 माह के दौरान उन्होंने अच्छा काम किया तो जवाब में भीड़ ने ‘हां’ कहा। उन्होंने भीड़ से मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘क्या मैंने अपने वादे पूरे किए। क्या जो जिम्मेदारियां उठाई थी, उनका निर्वहन किया? मैं उन पर खरा उतरा हूं?’’इन सवालों के बाद वहां मौजूद जनसैलाब ने ‘मोदी मोदी’ का उद्घोष और तेज कर दिया।मोदी ने अमेरिका में काम करने वाले भारतीय प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों की सराहना की और कहा कि वह अमेरिका और अन्य देशों में भारतीयों के काम करने को प्रतिभा पलायन नहीं, बल्कि ‘ज्ञान संचयन’ के रूप में देखते हैं।मोदी ने आतंकवाद और ग्लोबल वार्मिंग को दुनिया की मुख्य चुनौतियां बताया और सभी देशों से इनसे मिलकर लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि अच्छे या बुरे आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं होती।प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दुनिया को यह समझना होगा कि आतंकवाद किसी को भी कहीं भी अपना शिकार बना सकता है और यह विश्व की जिम्मेदारी है कि इसे समझे और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो।’’उन्होंने आशा जताई कि अपनी 7०वीं सालगिरह मना रहा संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद को परिभाषित करने में समर्थ होगा। मोदी ने कहा, ‘‘यदि हम आतंकवाद को लेकर किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाते हैं तो मानव जाति की रक्षा नहीं कर सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद, आतंकवाद है, इसमें अच्छे या बुरे आतंकवाद के आधार पर कोई भेद नहीं हो सकता।’’ उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार सभी के लिए जेएएम के साथ आगे बढ़ रही है। इसे समझाते हुए उन्होंने कहा कि ‘जे’ का अर्थ देश के गरीबों के वित्तीय समावेशन के लिए जनधन योजना के तहत खोले गए बैंक खातों से है, जबकि ‘ए’ का तात्पर्य आधार विशिष्ट पहचान-पत्र से है और ‘एम’ का अर्थ मोबाइल गवर्नेंस से है।उन्होंने कौशल विकास, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और मृदा स्वास्थ्य कार्ड और किसानों की मदद के लिए यूरिया की नीम कोटिंग मुद्दे को भी उठाया। मोदी ने घोषणा की कि दो दिसंबर से सप्ताह में तीन बार नई दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को के लिए एयर इंडिया की उड़ानें उपलब्ध होंगी।मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की और वहां मौजूद लोगों से भी इसमें शामिल होने के लिए कहा।

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