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21 जून को सूर्य ग्रहण पर बन रहे है कई संयोग, ऐसा दिखेगा सूर्य…

21 जून को सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह इस महीने का दूसरा ग्रहण होगा। इससे पहले 5 जून को उपच्छाया चंद्र ग्रहण लगा था। जहां खगोलीय घटना के रूप में ग्रहण का विशेष महत्व है वहीं ज्योतिष नजरिए से 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण को काफी महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है। दुनिया में चल रही कोरोना महामारी, प्राकृतिक आपदाओं और कई देशों के बीच तनाव की स्थिति में यह सूर्य ग्रहण लग रहा है।  सूर्य ग्रहण एक साथ कई तरह के संयोग लेकर आ रहा है।

  • 21 जून को सूर्य ग्रहण के दिन सूर्य कर्क रेखा के एकदम ठीक ऊपर आएगा।
  • 21 जून का दिन साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। ऐसा संयोग दूसरी बार बना है जब साल के सबसे बड़े दिन पर सूर्य ग्रहण लग रहा है। इससे पहले 19 साल पहले 2001 में 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था।
  • 21 जून को सूर्य ग्रहण के दिन रविवार का पड़ रहा है और शास्त्रों में रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है।
  • सूर्य ग्रहण के दिन सभी 9 ग्रहों में से 6 ग्रह वक्री चाल में रहेंगे। वक्री चाल को उल्टी चाल कहा जाता है इसमें ग्रह उल्टी दिशा में चलते हैं।

कब लगता है सूर्य ग्रहण 
जब सूर्य और पृथ्वी की बीच चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती तो उस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं। 21 जून को सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा ऐसी स्थिति में आ जाएगा कि सूर्य का आधे से ज्यादा हिस्सा छिप जाएगा।

ग्रहण पर 6 ग्रह रहेंगे वक्री
धार्मिक नजरिए से ग्रहण को अशुभ माना जाता है। इसमें राहु सूर्य को ग्रास कर लेता है। ऐसी स्थिति में सूर्य कष्ट में रहते हैं। 21 जून को होने वाले सूर्य ग्रहण में एक साथ 6 ग्रह वक्री रहेंगे। इस दिन बुध, गुरु, शुक्र, शनि और  राहु-केतु वक्री रहेंगे। ऐसे में यह सूर्य ग्रहण खास रहेगा।

यह ग्रहण देश और विदेश के लिहाज से अशुभ रहने वाला है। ग्रहण पर मंगल की दृष्टि पड़ने से देश में विपदाएं और नकारात्मकता हावी रहेगी। 

21 जून को सूर्य ग्रहण कब होगा
रविवार, 21 जून को सूर्य ग्रहण सुबह 10 बजकर 13 मिनट से दोपहर 1 बजकर 49 मिनट तक रहेगा। सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है। ऐसे में सूतक का समय 20 जून की रात 10 बजकर 12 मिनट से शुरू हो जाएगा और ग्रहण की सामाप्ति पर खत्म होगा। 
 

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