21 दिन नहीं संभले तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा : पीएम मोदी
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मंगलवार को हफ्ते में दूसरी बार देश के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में बार-बार कहा कि चाहे जो हो जाए, घर पर ही रहें और सड़क पर नहीं निकलें। घर में बंद रहना कोराना वायरस से बचने का एक मात्र रास्ता है। आपकी एक मात्र लापरवाही आपके पूरे परिवार पर भारी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि अगर 2 1 दिन नहीं संभले तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में रात 12 बजे से पूरे देश में अगले 21 दिनों के लिए लॉकडाउन घोषित किया। उन्होंने कहा कि इसे कर्फ्यू ही समझें।
संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए 21 दिन का समय बहुत अहम
उन्होंने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें। साथियों, आज के फैसले ने देशव्यापी लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है। उन्होंने आगे कहा कि निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है। पीएम मोदी ने कहा, मैंने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि इस समय उनकी पहली प्राथमिकता, सिर्फ और सिर्फ स्वास्थ्य सेवाएं ही होनी चाहिए, हेल्थ केयर ही प्राथमिकता होनी चाहिए।
बहुत तेजी से फैलता है कोरोना वायरस
उन्होंने बताया कि आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए। कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में समझाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सोचिए, पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे और फिर इसे 2 लाख लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे। ये और भी भयावह है कि दो लाख संक्रमित लोगों से तीन लाख लोगों तक ये बीमारी पहुंचने में सिर्फ चार दिन लगे।