एग्जिट पोल के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश में एक अजीब सी बेचैनी है. 11 मार्च से पहले हर तरफ संभावनाओं, विकल्पों और दावों का बाजार गर्म है. एग्जिट पोल के नतीजों में यूपी में कमल खिलता दिख रहा है. शायद इसका अहसास अखिलेश यादव और बीजेपी दोनों को है. यही कारण है कि जहां एक ओर अखिलेश मायावती के साथ जाने की भी संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं तो इलाहाबाद में बीजेपी कार्यकताओं ने अभी से पटाखे फोड़ने शुरू कर दिए हैं.
अथ श्री उत्तर प्रदेश संपूर्ण चुनाव कथा, एक नजर में अब तक की पूरी कहानी
कब की है ये तस्वीर?
1993 में कांशी राम और मुलायम की ये फोटो है. एक दूसरे को गले लगाते हुए दोनों खिलखिला रहे हैं. उस वक्त भी संभावनाओं के बीच से दोनों ने सरकार बनाने का जुगाड़ लगाया था. समाजवादी पार्टी और बसपा ने हाथ मिलाए और उत्तर प्रदेश में सरकार बनाई.
क्यों वायरल हो रहा है ये फोटो
दरअसल, EXIT POLLS के नतीजे देखने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ऐसा बयान दिया कि ये फोटो सोशल मीडया पर उछल कर वायरल होने लगी.
अखिलेश ने क्या कहा था?
एक इंटरव्यू के दौरान जब BBC ने अखिलेश से सवाल पूछा- बहुमत न मिलने पर सपा की अगली रणनीति क्या होगी? इस पर अखिलेश ने कहा- अगर सरकार के लिए जरूरत पड़ेगी तो राष्ट्रपति शासन कोई नहीं चाहेगा. हम नहीं चाहते कि यूपी को बीजेपी रिमोट कंट्रोल से चलाए. इसके साफ मायने थे कि वे बसपा के साथ भी जा सकते हैं क्योंकि बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस से हाथ तो वे पहले ही मिला चुके हैं.