अन्तर्राष्ट्रीय

24वें आसियान शिखर सम्मेलन में होगी आर्थिक-वैश्विक मुद्दों पर चर्चा

asनेपेडा। यहां रविवार को शुरू हुए 24वें आसियान शिखर सम्मेलन का असमानता को पाटने  क्षेत्रीय विवादों पर काबू पाने और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) को उसके समाकेतिक समयसीमा की ओर अग्रसर कराने पर जोर रहेगा।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे म्यांमार के राष्ट्रपति यू थीन सेन ने संगठन के सदस्य देशों के नेताओं से क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे जैसे दक्षिण चीन सागर  पूर्वी चीन सागर  कोरियाई प्रायद्वीप  मलेशियाई एअरलाइंस के लापता विमान एमएच 37० की बहुदेशीय तलाशी  मानवीय सहायता और आपदा राहत एवं मध्य पूर्व पर विचार साझा किए।सम्मेलन के आखिर में नेपेडा घोषणा पत्र जारी किया जाएगा।शिखर सम्मेलन के महत्वपूर्ण फैसलों में से एक छोटे और मध्यम आकार के उद्यम (एसएमईएस) को 2०15 के बाद आसियान को मुख्य गतिशीलता प्रदान करने वाले के रूप में ध्यान देना है।सेन ने आसियान के नेताओं से अन्य समकालीन मुद्दों के साथ ही जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से भी निपटने का आग्रह किया है। रविवार को देश में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) का 24वां शिखर सम्मेलन शुरू हुआ। सेन ने इस शिखर सम्मेलन को क्षेत्र और लोगों के लिए एक बेहतर भविष्य प्रदान करने के लिए एकता और प्रतिबद्धता का प्रतीक करार दिया।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक  ‘‘जलवायु परिवर्तन के कारण विषम मौसमी परिपाटी से आसियान देशों पर असर पड़ रहा है और प्रतिवर्ष मौसम की प्रचंडता बढ़ती जा रही है।’’ सेन ने आगे कहा  ‘‘आसियान मानवीय सहायता केंद्र (एएचए) ने अभी तक इन प्राकृतिक आपदाओं के समाधान के लिए पर्याप्त रूप से कुछ नहीं किया है।’’ उन्होंने एशियाई समुदाय से हर देश में मौजूदा चेतावनी प्रणाली को और विकसित करने और बचाव एवं राहत केंद्र स्थापित करने  वाहनों एवं उपकरण की व्यवस्था करने का आह्वान किया ताकि आपदा की स्थिति में उन्हें शीघ्र तैनात किया जा सके।उनके प्रस्ताव में आसियान देशों में अनुसंधान केंद्रों का जाल स्थापित करना भी है जिससे जलवायु के अनुकूल कृषि उत्पादों पर ज्ञान साझा किया जा सके और सदस्य देशों में खाद्य सुरक्षा समर्थ बनाने में मदद मिल सके।सेन ने कहा  ‘‘इस मुद्दे के समाधान का एक उपाय के तहत मैं आसियान में मैन्ग्रोव वनों के व्यवस्थित पुनर्वास का प्रस्ताव रखना चाहूंगा। मैन्ग्रोव वन न केवल ग्रीन हाउस गैस के असर को घटाते हैं  बल्कि निचले इलाकों में तूफान और बाढ़ के असर को भी कम करते हैं।’’ इस बार के आसियान शिखर सम्मेलन का विषय ‘शांतिपूर्ण एवं समृद्ध समुदाय की ओर’ (मूविंग फॉरवर्ड इन यूनिटी टू ए पीसफुल एंड प्रोसपेरस कम्युनिटी) रखा गया है। सम्मेलन में 2०15 के अंत तक दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों की लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में प्रगति की समीक्षा और आर्थिक एकीकरण की प्रक्रिया की चुनौतियों से निपटने पर चर्चा की जाएगी।सम्मेलन में भाग ले रहे नेता 2०15 के बाद आसियान समुदाय के दृष्टिकोण पर भी विचार करेंगे और आसियान के एकल बाजार एवं उत्पादन के आधार के लिए सामूहिक प्रयास की प्रतिबद्धता को दोहराएंगे। थाईलैंड में उत्पन्न राजनीतिक संकट पर भी सम्मेलन में चर्चा की जाएगी।आसियान की स्थापना 1967 में की गई थी। इस समूह में ब्रूनेई  कंबोडिया  इंडोनेशिया  लाओस  मलेशिया  म्यांमार  फिलीपींस  सिंगापुर  थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।म्यांमार में पहली बार आसियान का सम्मेलन हो रहा है। यह 1997 में आसियान से जुड़ा था। फिलहाल आसियान की अध्यक्षता म्यांमार ही कर रहा है।

 

आसियान का पहला शिखर सम्मेलन 1976 में बाली में हुआ था।

Related Articles

Back to top button