ब्रह्मानंदम की लोकप्रियता का आलम ये है कि साउथ का हर निर्देशक उन्हें अपनी फिल्म में लेना चाहता है। शायद यही वजह है कि अपने तीन दशक के करियर में ब्रह्मांनदम हजार से ज्यादा फिल्में कर चुके हैं और मोटी कमाई कर रहे हैं।
ब्रह्मानंदम कॉलेज के दिनों में बाकी बच्चों की मिमिक्री किया करते थे। परिवार की आर्थिक हालत ठीन नहीं थी और इसलिए उनके परिवार में सिर्फ वही एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने एम ए किया है। लेकिन उनकी किस्मत तब खुल गई जब तेलुगू के एक जाने-माने डायरेक्टर ने उन्हें फिल्म में काम दिया।
इसमें ब्रह्मानंदम का काम निर्देशक को इतना पसंद आया कि उन्हें एक और फिल्म दे दी गई ‘चन्ताबाबाई’। बस फिर तो ब्रह्मानंदम की किस्मत पलट गई और उन्होंने जो रेस पकड़ी वो अभी तक खत्म नहीं हुई है।
साठ साल की उम्र में भी ब्रह्मानंदम उतने ही लोकप्रिय हैं और उतने ही जोश के साथ काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं ब्रह्मानंद को उनकी एक्टिंग के लिए पांच नंदी अवॉर्ड के अलावा कई और अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है। और तो और ब्रह्मानंदम का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। ये रिकॉर्ड उन्हे एक ही भाषा में 700 से अधिक फ़िल्में करने के लिए दर्ज किया गया था जो अभी तक इनके नाम ही है।
साउथ फिल्म इंडस्ट्री में ब्रह्मानंदम ने इतनी ज्यादा हिट कॉमेडी फिल्में दी हैं कि उन्हें वहां का कॉमेडी किंग कहा जाता है।