हनुमत कवच में अपार शक्ति है आैर यह अद्भुत फलदायी है| पवित्र ग्रंथों के अनुसार इसे खुद भगवान श्रीराम ने रचा है| जब प्रभु श्रीराम, रावण से युद्ध कर रहे थे तभी उन्होंने इसका पाठ किया था। रावण की कैद में सीता जी ने सभी ओर से अपने को सुरक्षित करने के लिए श्री रामजी का ये रक्षा कवच धारण कर लिया था आैर इस प्रकार वे अपने प्राणों की रक्षा करती थीं। इस हनुमत कवच की सुरक्षा में आने के लिए दिन में 3-4 बार शांति से बैठें, 2-3 मिनट में जप करें और फिर चुप हो जायें। एेसा विश्वास करें कि आपके चारो तरफ भगवान का नाम घूम रहा है| भगवान के नाम का घेरा आपकी रक्षा कर रहा है और इस प्रकार से जप करते करते शांत और एकाग्र चित्त हो जायें। श्री हनुमान कवच अपने आप में भगवान की शक्ति रखता है, जिसके प्रभाव से बुराइयों पर जीत पाई जा सकती है|
हनुमान भक्त इस कवच की अदभुत शक्ति को जानते हैं| इस कवच की शक्ति को मन को एकाग्र: करके साधना से जगाया जा सकता है| यह कहा जाता है कि यह महावीर हनुमान का शक्तिग्रह है| एेसी मान्यता है कि इस कवच से भूत, प्रेत, चांडाल, राक्षस व अन्य बुरी आत्माओं से बचाव किया जा सकता है| यह कवच आपको टोनो टोटकों से बचाता है और आपकी रक्षा करता है| इस कवच का प्रभाव से जीवन के सभी शोक मिट जाते हैं, अत: इसे शोकनाशं भी पुकारा जाता है| साथ ही जीवन में जो भी कष्ट होते हैं, वो कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाते हैं| व्यक्ति के जीवन में अचानक खुशियां आ जाती हैं| वह हर तरह से सम्पन्न हो जाता है| श्री हनुमंते नम: इस मंत्र का उच्चारण 108 बार रुद्राक्ष की माला के साथ सच्चे मन से करें और यह उपासना संपन्न होने के बाद अपने शोक निवारण के लिए हनुमानजी से विनती करें| इसके बाद हनुमानजी को चमेली का तेल और सिंदूर चढ़ायें। साथ में यदि हनुमानजी को चोला और जनेऊ चढ़ा सकें, तो और भी उत्तम है| श्री राम के परम भक्त हनुमान जी आठ चिरंजीवियों में से एक हैं, जो अनंत काल से अपने भक्तों के आस पास ही रहते हैं और उनसे खुश होकर उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं| उनके कुछ चमत्कारी मंत्र इस प्रकार हैं| इन मंत्रों की सही विधि जानकर इनका जाप करें, जिससे प्रसन्न होकर बजरंगबली आपको आशीर्वाद अवश्य देंगे।
– भय नाश करने के लिए हनुमान : हं हनुमंते नम:|
– प्रेत भूत बाधा दूर करने के लिए : हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:. अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते..|
– द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र : हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्|
– मनोकामना पूर्ण करवाने के लिए : महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते, हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये..|
– संकट दूर करने का मंत्र : ऊँ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा|
– कर्ज मुक्ति के मंत्र: ऊँ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा|