256 साल तक जिन्दा रहा ली चिंग यूएन
वीकिपीडिया वेबसाइट पर एक चीनी व्यक्ति के बारे में दावा किया गया है कि वह 256 साल का होकर मरा था। ऐसा कहा जाता है कि उसने जिंदा और स्वस्थ रहने का मंत्र सीख लिया था। इस अनोखे इंसान का नाम ली चिंग यूएन है। आपको यकीन नहीं होगा कि ये इंसान पृथ्वी का सबसे ज्यादा जीने वाला व्यक्ति था। ली चिंग का जन्म चीन में क्विंग शासन के दौरान सिचुआन में 1677 और 1736 में हुआ था। ली चिंग के बारे में कहा जाता है कि 71 साल की उम्र में तो ये जनाब सेना में शामिल हुए थे और मार्शल आर्ट भी सीखा था। ली चिंग अपने समय में एक आयुर्वेद के डॉक्टर के रूप में प्रसिद्ध थे और उसके साथ मार्शल आर्ट में भी उन्हें महारथ हासिल थी। कहते हैं कि उसने जीने का मंत्र सीख लिया था इस लिए हमेशा से वह निरोगी और फिट रहा। ली चिंग ने अपने जीवन काल में 23 पत्नियों का अंतिम संस्कार कर चुका था।
गौरतलब है कि 1933 में समाचार पत्रों में एक चीनी इतिहासशास्त्री वु चंग जी का इंटरव्यू छापा था, जिसमें 1827 में चीन की राजाशाही सरकार के द्वारा ली चिंग यन को 150वें जन्मदिवस की बधाई दी गई थी। अपने आप में अनोखा ली चिंग की कहानी आज भी जानकर लोग हैरान हो जाते हैं। कहते हैं कि लिंग चिंग जब 6 मई 1933 को जब उसकी मृत्यु हुई तो उसकी उम्र 256 साल की थी। यूएन का कहना है कि उसने जड़ी बूटी के सहारे ही 40 साल बिताए गए थे। अब तक ये जनाब 23 शादियां कर चुके हैं और इनके तकरीबन 200 बच्चे हैं। यूएन बताते हैं कि वो शुरुआत से ही जड़ी, बूटी खरीदकर बेचने का काम करते थे और इन्हें खुद भी खाते थे। वो चावल का शराब भी पीते थे।