26 अगस्त को है चतुर्ग्रही योग, जानिए सभी राशियों पर कैसा पड़ेगा असर
सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र के सिंह राशि में एक साथ आने से चतुर्ग्रही योग का निर्माण हो रहा है। इससे पहले यह योग 23 जुलाई से 29 जुलाई के बीच कर्क राशि में, 3 अगस्त से 7 अगस्त के मध्य पुनः कर्क राशि में और अब 26 अगस्त से 8 सितंबर के मध्य सिंह राशि में बन रहा है। कर्क राशि जल तत्व की राशि है और इस राशि में बना हुआ चतुर्ग्रही योग बाढ़, भूस्खलन और प्राकृतिक आपदाओं का कारण रहा है क्योंकि मंगल भूस्खलन सुप्रभात और सूर्य अग्नि तांडव के विशेष कारक माने गए हैं किंतु अब यह योग सूर्य की राशि सिंह में बन रहा है इसलिए प्राकृतिक आपदाओं में कमी तो आएगी। इस योग का सभी 12 राशियों पर प्रभाव कैसा रहेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि- राशि से पंचम भाव में बना हुआ योग शिक्षा-प्रतियोगिता में कामयाबी तो देगा किंतु प्रेम प्रसंगों में उदासी लाएगा। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव का योग बना ही हुआ है अपितु संतान से संबंधित चिंताओं से मुक्ति मिलेगी।
वृषभ राशि- राशि से चतुर्थ केंद्र भाव में बना हुआ योग भौतिक सुखों की वृद्धि तो कराएगा किन्तु विलासिता जैसी वस्तुओं पर खर्च भी कराएगा। मकान वाहन प्राप्ति के योग भी बनाएगा। मानसिक परेशानियां रहेगी। परिवार में बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते रहें। यह आपके लिए बेहतर रहेगा।
मिथुन राशि- राशि से पराक्रम भाव में बना हुआ यह योग साहस-पराक्रम की वृद्धि कराएगा। आपके द्वारा लिए गए निर्णय एवं किये गए कार्यों की सराहना तो होगी लेकिन परिवार में भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें। किसी समृद्धशाली व्यक्ति अथवा संस्थान से सहयोग मिलेगा।
कर्क राशि- राशि से धन भाव में बना हुआ चतुर्ग्रही योग पारिवारिक कलह तो देगा किंतु आय के स्रोत भी बढ़ाएगा। रुका हुआ धन मिलेगा। रणनीति भी कारगर रहेगी। अपनी जिद और आवेश के साथ-साथ वाणी पर भी नियंत्रण रखें और कोई भी कार्य जब तक पूर्ण ना हो जाए उसे सार्वजनिक ना करें।
सिंह राशि- राशि पर बना हुआ चतुर्ग्रही योग हर तरह से लाभदायक सिद्ध होगा क्योंकि सूर्य की अपनी राशि है इसलिए सूर्य का प्रभाव अधिक रहेगा। अपनी ऊर्जा शक्ति और सामर्थ्य का भरपूर उपयोग करते हुए आगे बढ़े। नए अनुबंध की प्राप्ति के योग है लाभ उठाएं।
कन्या राशि- कन्या राशि वालों के लिए यह योग 12वें हानि भाव में बन रहा है इसलिए वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं। कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही निपटा लें तो बेहतर रहेगा। अधिक खर्च से परहेज करें अन्यथा आर्थिक तंगी से परेशानियां बढ़ सकती हैं।
तुला राशि- तुला राशि वाले जातकों के लिए यह योग लाभभाव में बन रहा है अतः कार्य व्यापार अथवा रोजगार की दिशा में किया जा रहा प्रयास सार्थक रहेगा। सर्विस हेतु आवेदन करें। नया अनुबंध हासिल करना चाहे तो योग बेहतरीन है। सफल रहेंगे संतान प्राप्ति का भी योग है लाभ उठाएं।
वृश्चिक राशि- इस राशि के जातकों के लिए योग दशम भाव में बना हुआ है। अतः केंद्र अथवा राज्य सरकार के प्रमुख प्रतिष्ठानों से बेहतरीन लाभ होगा। नौकरी में पदोन्नति होगी। किया जा रहा प्रयास सार्थक होगा। स्थान परिवर्तन करना चाह रहे हों तो समय अनुकूल है प्रयास करें।
धनु राशि- धनु राशि वाले जातकों के लिए योग भाग्य भाव में बन रहा है अतः यात्रा देशाटन का लाभ, विदेश यात्रा अथवा विदेशी कंपनी में सर्विस हेतु आवेदन करना चाहे तो अवसर अच्छा है। विदेशी मित्रों से सहयोग मिलेगा। रोजगार की दृष्टि से अब आपका समय बेहतरीन आया हुआ है।
मकर राशि- मकर राशि वाले जातकों के लिए यह योग अष्टम प्रताप और मृत्यु भाव में बना हुआ है जिसका प्रभाव आपके लिए मिलाजुला रहेगा। आपके कार्य अथवा निर्णय ख्याति दिलाएंगे किंतु स्वास्थ्य पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ेगा। षडयंत्र का शिकार होने से बचें। कार्यक्षेत्र में विवादों से भी बचें।
कुंभ राशि- कुंभ राशि के लिए योग सप्तम पत्नी भाव में बना हुआ है। व्यापार की दृष्टि से तो योग ठीक है लेकिन दांपत्य जीवन में कुछ कटुता आ सकती है। व्यर्थ विवाद ना पैदा होने दें रोमांस के लिए समय बेहतर हुआ है।
मीन राशि- मीन राशि वाले जातकों के लिए यह योग छठे शत्रुभाव में बना हुआ है। प्रयास करें कि इस अवधि के मध्य कर्ज के लेन-देन से बचें। अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और वाहन चलाते समय सावधानी बरतें अधिक व्यय और विवाद से बचें। परिवार में सामंजस्य बनाकर चलें तो बेहतर रहेगा।