पिता की मृत्यु के बाद 27 वर्षीय गा वाई होनो बनी न्यूजीलैंड की माओरी क्वीन
नई दिल्ली ( विवेक ओझा) : 27 वर्षीय गा वाई हाेनो ( Nga Wai Hono) को न्यूजीलैंड के माओरी मुखियाओं ( Maori chiefs) ने नई माओरी क्वीन नियुक्त किया है। यह निर्णय उनके पिता राजा किनगी टूहेटिया पोटाटाऊ ( king kiingi tuheitia potatau te wherowhero VII) की मृत्यु के बाद लिया गया है क्योंकि माओरी गद्दी पर किसी का नेतृत्व करना जरूरी था।
इसके साथ ही गा वाई होनो किंगीतांगा मूवमेंट के 8 साम्राज्यों के शासन ( Eight Dynasty reign of the kingitanga movement) में दूसरी माओरी क्वीन नियुक्त हुई हैं। कुछ ही हफ्ते पहले हार्ट सर्जरी के बाद 69 वर्षीय राजा का निधन हो गया था। अब गा वाई हाेनो को टे व्हाकावाहिंगा ( Te Whakawahinga) नामक सेरेमनी में माओरी क्वीन नियुक्त किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि माओरी राजतंत्र की स्थापना 1858 में उपनिवेशवाद से लड़ने और माओरी संस्कृति, सभ्यता, भूमि की आक्रांताओं से सुरक्षा के लिए की गई थी।
माओरी के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य: माओरी न्यूजीलैंड की एक प्रमुख आदिम जनजाति है जिसके द्वारा माओरी सभ्यता और संस्कृति का अनुपालन किया जाता है। माओरी में ‘वार क्राय’ या ‘वार डांस’ एक परंपरा है। माओरी कल्चर में युद्ध से पहले या युद्ध के दौरान, वहां के लोग यह ‘वॉर क्राय’ करते हैं। विपक्ष को डराने, अपनी ताकत और कौशल का प्रचार करने के लिए पहले समय में माओरी के लोग ‘वार क्राय’ करते थे। इसी ‘वार क्राय’ को आज ‘हाका’ नाम से भी जाना जाता है। ‘हाका’ को एक प्रकार की स्वर समता के रूप में समझा जा सकता है, जिसमें शरीर के विभिन्न भाग कई उपकरणों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसमें वह अपने पैरों को जोर से जमीन पर थाप देते हुए, चेहरे पर गंभीर भाव रखते हुए जोर-जोर से चिल्लाते थे। यह परंपरा आज भी वहां के लोगों द्वारा निभाई जाती है। हालांकि अब युद्ध नहीं, आतिथ्य सत्कार, किसी महान व्यक्ति के सम्मान, खुशी के अवसरों आदि में भी यह रस्म निभाई जाती है।
यहां तक कि न्यूजीलैंड के कई स्कूलों में भी इसका प्रदर्शन किया जाता है। वहीं, न्यूजीलैंड की स्पोर्ट्स टीमों ने अपने अंतरराष्ट्रीय मैचों से पहले ‘हाका’ का प्रदर्शन किया था, जिसके बाद से ‘हाका’ को दुनिया भर में और अधिक व्यापक रूप से पहचाने जाना लगा। शुरू में ‘हाका’ का प्रदर्शन 1888-89 में न्यूजीलैंड की मूल फुटबाल टीम ने अपने दौरे के साथ शुरू किया और 1905 से न्यूजीलैंड की रग्बी यूनियन टीम द्वारा किया जाने लगा।