नोएडा के सफायर इंटरनेशनल स्कूल की बस में 3.5 साल की नर्सरी की छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। परिजनों ने आरोपी चालक की स्कूल प्रबंधन से शिकायत की। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन 15 दिनों तक परिजनों को टरकाता रहा। विवश होकर परिजनों ने बच्ची का नाम कटवाकर दूसरे स्कूल में दाखिला करा लिया और सूरजपुर कोतवाली जाकर एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
नई दिल्ली: नोएडा के सेक्टर-70 स्थित सफायर इंटरनेशनल स्कूल की बस में नर्सरी की छात्रा से दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। घटना पंद्रह दिन पुरानी है। छात्रा के परिजनों का आरोप है कि कार्रवाई का आश्वासन देकर स्कूल प्रबंधन ने इतने दिन तक इस मामले को दबाए रखा। गुरुवार को बच्ची की मां की तहरीर पर सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ दुष्कर्म व पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी चालक की पहचान कर ली है। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र निवासी महिला ने दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा है कि नर्सरी कक्षा में पढ़ने वाली बेटी 9 अक्तूबर को स्कूल गई थी। छुट्टी के समय मां के ड्यूटी पर जाने के कारण बच्ची के पिता उसे लेने गए थे। आरोप है कि स्कूल बस से उतरते ही बच्ची रोने लगी और उसने पिता को चालक के बैड टच करने की जानकारी दी। इसके बाद बच्ची ने रात को मां के ऑफिस से घर आने पर रोते हुए आपबीती सुनाई। महिला अपनी बेटी को अलग कमर में ले गई। जहां उसने बच्ची से पूछा तो उसने बताया कि ड्राइवर भैया ने उसे गलत जगह छुआ और गंदी हरकत की। महिला ने बच्ची से बातचीत करते हुए उसका वीडियो भी बना लिया। बच्ची ने कहा कि वह ड्राइवर से कुछ नहीं कहें नहीं तो वह उसे मार देगा। घटना के बाद बच्ची काफी डरी हुई थी। अगले दिन परिजनों ने मामले की जानकारी स्कूल प्रबंधन को दी। आरोप है कि प्रबंधन ने मामले में आरोपी चालक पर कार्रवाई व एफआईआर कराने का आश्वासन दिया। कार्रवाई नहीं होने पर 23 अक्तूबर को परिजन फिर स्कूल गए और कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि प्रबंधन ने कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। इसके बाद परिजनों ने बृहस्पतिवार को सूरजपुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करा दी। परिजन ने एफआईआर में स्कूल प्रबंधन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। महिला गुरुग्राम स्थित एक निजी कंपनी में नौकरी करती है, जबकि बच्ची के पिता व्यवसायी हैं। महिला ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी चार साल की बेटी नोएडा के सेक्टर-70 स्थित सफायर इंटरनेशनल स्कूल की नर्सरी क्लास में पढ़ती है। घटना 9 अक्टूबर की है। महिला ने तुरंत घटना की सूचना स्कूल की प्रिंसिपल को दी। प्रिंसिपल ने उन्हें अगले दिन स्कूल बुलाया और ड्राइवर पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। 10 अक्तूबर को परिजन स्कूल पहुंचे। प्रिंसिपल ने चार फोटो दिखाए। इनमें से बच्ची ने आरोपी बस चालक को पहचान लिया। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की और टरकाते रहे। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने पंद्रह दिन तक इस मामले को दबाए रखा और ड्राइवर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। महिला ने ड्राइवर पर घिनौनी हरकत, प्रिसिंपल और स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने महिला की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने मामले की पूरी की जानकारी देती हुई बच्ची की वीडियो बनाई। बच्ची ने यह कहते हुए फोन छीन लिया कि ‘भैया को मत बताना वह मुझे मारेंगे’। इसके बाद उन्होंने प्रिंसिपल को फोन किया और कक्षा अध्यापिका को व्हाट्स एप पर बच्ची की वीडियो भेजी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। परिजनों ने घटना के बाद से बच्ची को उस स्कूल नहीं भेजा है। अब वह बच्ची को स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने नोएडा के अन्य स्कूल में बच्ची का दाखिला करवा दिया है। परिजन स्कूल प्रबंधन से काफी खफा हैं। इसके चलते परिवार ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। पुलिस ने बताया कि बच्ची का मेडिकल शनिवार को कराया जाएगा। पुलिस ने बताया कि परिजनों को शुक्रवार को बुलाया गया था। लेकिन वह नहीं आए। उम्मीद है कि शनिवार को परिजन आएंगे। इसके बाद बच्ची का मेडिकल कराया जाएगा। नोएडा के स्कूल की बस में बच्ची से दुष्कर्म की घटना को लेकर स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है। इस मामले में सफायर स्कूल प्रबंधन कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। बार-बार कोशिश के बावजूद स्कूल के प्रबंधकों व शिक्षकों ने बात करने से इनकार कर दिया। हालांकि नाम नहीं छापने की शर्त पर एक स्टाफ ने बताया कि स्कूल प्रबंधक इस मामले में बहुत गंभीर है। पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया जा रहा है साथ ही आरोपी ड्राइवर को भी हटा दिया गया है। इससे पहले 12 जुलाई को ग्रेटर नोएडा के डीपीएस स्कूल में बच्ची से हुए दुष्कर्म के मामले में भी ऐसा ही हुआ था। इसमें भी परिजनों ने प्रिंसिपल और स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। परिजन अभी भी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। वह कोर्ट तक पहुंच गए हैं। कोर्ट ने पुलिस से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा पिछले साल 25 अक्टूबर को कौशल्या वर्ल्ड स्कूल में बच्चे से कुकर्म हुआ था। जिसमें स्कूल प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। घटना की तहरीर मिलते ही आईपीसी की धारा 376 ए व 376 बी के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी चालक की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है। प्रबंधन की लापरवाही सामने आते ही तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। – विनीत जायसवाल, एसपी देहात