33 तुर्की सैनिकों की मौत के बाद दबाव में आए रूस और तुर्की, UN ने कहा- युद्ध रोके
इस्तांबुल, एजेंसी। सीरिया में हवाई हमले में 33 तुर्की सैनिकों की मौत के बाद रूस और तुर्की ने एक नई पहल की है। रूस और तुर्की ने इस क्षेत्र में तनाव को कम करने के लिए एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया है। तनाव को कम करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने टेलीफोन से बात की। क्रेमलिन ने कहा कि दोनों नेताओं ने स्थिति के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की है।
इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका में विद्रोहियों के खिलाफ रूसी समर्थिक सीरियाई आक्रमण के अंत करने का आग्रह किया है। सीरिया में आठ वर्ष से चल रहे गृहयुद्ध पर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जाहिर की है। इस गृहयुद्ध में दस लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं। विस्थापित लोगों में बच्चों की बड़ी तादाद है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोल ने कहा कि वार्ता के दरवाजे हमेशा के लिए खुल हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने 2018 में युद्ध विराम लागू करने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने इदलिब में शांति के लिए जोर दिया है।पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि एर्दोगन अगले सप्ताह वार्ता के लिए मास्को जा सकते हैं। सैनिकों की हत्या से पहले एर्दोगन ने पांच मार्च को पुतिन के साथ बैठक की बात स्वीकार की थी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में फ्रांस और जर्मनी के नेता भी शामिल होंगे।