इजरायली सेना के हवाई हमले में मारे गए 39 फिलिस्तीनी, WFP ने दी ‘अकाल’ की चेतावनी
तेल अवीव। गाजा पट्टी (Gaza Strip) में इजरायली सेना (Israeli army.) का कहर जारी है. रविवार से लेकर सोमवार तक आईडीएफ के हवाई हमले (IDF air strikes) में गाजा में 39 लोग मारे गए हैं. इनमें खान यूनिस (Khan Younis) में हुए हमले में 8 लोगों की मौत हो, जबकि उत्तरी क्षेत्र में 31 लोग मारे गए हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पिछले 24 घंटे में 39 फिलिस्तीनी (39 Palestinians) मारे गए, जबकि 156 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
वहीं, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) ने चेतावनी दी है कि गाजा में बहुत जल्द अकाल पड़ सकता है, क्योंकि इजरायली सेना ने यहां पर भोजन और अन्य आपूर्ति के प्रवेश को गंभीर रूप से प्रतिबंधित कर रखा है. ऐसे में आने दिनों में हालात बद से बदतर हो सकते हैं. पहले से ही लोग भूख के मारे मर रहे हैं. इतना ही नहीं यहां के अस्पतालों में शवों के ढेर लगे हुए हैं।
एक के बाद एक मृतकों और घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. हाथों में मासूम बच्चों के शव लेकर मां-बाप के आंखों से आंसुओं के सैलाब बह रहा है. हर तरफ अफरा-तफरी और चीख पुकार मची हुई है. वहां से दिल को दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही है, जहां पर इज़रायली सेना ने भीषण हवाई हमले किए हैं।
फिलिस्तीनी चिकित्सकों के मुताबिक, रविवार को इजरायली सेना ने गाज़ा पट्टी में भी ज़बरदस्त हवाई हमला किया. इसमें कम से कम 31 फिलिस्तीनी मारे गए, जबकि कई लोग घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि गाजा में करीब आधी मौतें उत्तरी क्षेत्रों में हुईं हैं. इजरायली सेना ने एक महीने का अभियान चला रखा है, जिसका मकसद हमास को संगठित होने से रोकना है।
बताते चलें कि गाजा में इजरायली सेना का सैन्य ऑपरेशन लगातार जारी है. कुछ दिन पहले ही आईडीएफ ने हमास पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उसके लड़ाके अस्पताल को अपने ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. अस्पताल आने-जाने वाली एंबुलेंस का इस्तेमाल अपनी आवाजाही के लिए कर रहे हैं. हमास के लड़ाके कमल अदवान अस्पताल में मौजूद हैं।
उनका पूरी इमारत पर कब्जा है. आईडीएफ ने बताया था कि एक एंबुलेंस के ड्राइवर को संदेह के आधार पर पकड़ा गया. उसने पूछताछ के दौरान बताया कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए कमाल अदवान अस्पताल का उपयोग किया जा रहा है. अस्पताल में हथियारों का जखीरा रखा हुआ है. इसके बाद आईडीएफ के ऑपरेशन के दौरान वहां से 100 आतंकियों पकड़े गए।
हालांकि, इन सबके बीच एक राहत देने वाली खबर भी सामने आई. इजरायल और हमास के बीच गाजा में पिछले एक साल से छिड़ी जंग थम सकती है. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतेह अल सीसी ने इस जंग को रोकने के लिए प्रस्ताव दिया है. उनका कहना है कि उनके देश ने इजरायल और हमास के बीच दो दिन के संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखा है।
इस दौरान गाजा में बंधक बनाए गए इजरायलियों को रिहा कर दिया जाएगा. इसके बदले में इजरायल के जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाना शामिल है. मिस्र के राष्ट्रपति ने पहली बार ऐसी योजना प्रस्तावित की है. इस तरह का प्रस्ताव, पिछले एक साल से चली आ रही जंग को स्थाई युद्धविराम की तरफ ले जाएगा।