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इराकी आर्मी ने IS के चंगुल से मोसुल को छुड़ाने के लिए जंग छेड़ दी है। करीब 40 हजार सैनिक बॉर्डर पारकर शहर में घुस गए हैं।
इस आर्मी ऑपरेशन में इराकी सेना, शिया मिलिशिया गुट, कुर्द लड़ाके और नाटो ग्रुप शामिल हैं। मोसुल में पिछले 13 साल में यह आर्मी की सबसे बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले 2003 में अमरीकी आर्मी ने सद्दाम हुसैन को हटाने के लिए जंग छेड़ी थी।
अगर मोसुल शहर से भी आई.एस. का कब्जा हट जाता है, तो इराक के 10 फीसदी हिस्से पर ही इसका प्रभाव रह जाएगा। हालांकि, सीरिया में आईएस का प्रभाव अभी भी बरकरार है। इस बीच, आईएस ने जासूसी करने के आरोप में 58 साथियों को डुबोकर मार डाला।
फिर इन्हें जला दिया था। मोसुल इराक का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इस पर कंट्रोल करने के लिए हमले की योजना कई महीने से बनाई जा रही थी। इस शहर में अभी भी आईएस के 7 हजार आतंकी मौजूद हैं।