46 घंटों की शादी फिर आत्महत्या, ऐसी थी हिटलर की लवस्टोरी
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/अडोल्फ हिटलर का नाम सुनते ही कुछ याद आता है तो उसकी तानाशाही और क्रूरता। हिटलर मानो सख्ती का पर्यायवाची बन गया हो। लेकिन इस शख्सियत के बारे में एक खास बात और है कि उसके दिल में भी प्यार पनपता था।
वो महिला थी ईवा ब्रॉन जिसने जर्मनी को काबू करने वाले हिटलर के दिल को ही काबू कर रखा था। मात्र 17 साल की उम्र में इस महिला ने हिटलर जैसे इंसान का दिल पिघला दिया था और हिटलर उसके प्यार में दीवाना था। हालांकि खबरें थीं कि इससे पहले हिटलर के दो और अफेयर रह चुके थे, गेली रॉबल और अर्ना हैन्स्टेंगल के साथ।
जर्मनी के म्यूनिख में 6 फरवरी 1912 को जन्मी ईवा पेशे से मॉडल थीं। इनकी पहली मुलाकात अक्टूबर 1929 में म्यूनिख के हॉफमैन्स स्टूडियो में हुई थी। जर्मनी की जनता को इस रिश्ते की भनक तक नहीं थी। इनका रिश्ता 14 साल तक चला।
लेकिन हर प्रेम कहानी की तरह इनकी भी कहानी में उतार-चढ़ाव आए। ऐसी स्थिति तक बन गई थी कि ईवा ने खुदखुशी करने की भी कोशिश की थी।
18 सितंबर 1931 को गेली रॉबल की मौत के बाद से हिटलर बहुत उदास रहने लगा था। इसका असर ईवा के साथ उसके रिश्ते पर भी पड़ा। यही वजह थी कि ईवा ने दो बार अपनी जान देने की कोशिश की थी। 1930-1940 के बीच हिलटर का घर ईवा ही संभालती थीं।
वो दोनों साथ में पार्टी करते थे और अपने कुत्तों नीगस और स्तासी के साथ टहलते थे। लेकिन जैसे जैसे यूरोप में विध्वंस का माहौल बनने लगा, ये दोनों अकेले पड़ने लगे। ये दोनों बर्चेसगेडन में बने अपने घर में चोरी-छिपे मिला करते थे। जब साथ होते तो सिगार पीते, फल खाते और राजनीति की बातें करते।
हिटलर हमेशा ईव को उनकी लिपिस्टिक, हेटरस्टाइल, पहनावे को लेकर प्यार से चिढ़ाया करता था। हिटलर ज्यादातर अपने स्टडी रूम में ईवा के साथ अकेले वक्त बिताता था और इसके बाद दोनों साथ ही सोते थे।
ईवा ड्रेसिंग गाउन पहन कर व्हाइन पीती थी और हिटलर चाय। हिटलर के खतों से पता चलता था कि वो ईवा की कितनी चिंता करता था। युद्ध के वक्त वो रोज ईवा को फोन करता था कि वो सही सलामत है या नहीं।
एक बार जब ईवा को हिलटर पर हमला होने की खबर मिली तो उन्होंने खत लिखा, ”हमारी पहली मुलाकात से मैंने कमस खा ली थी कि मैं आपके साथ हर जगह रहूंगी, मौत के वक्त भी। मैं सिर्फ आपके प्यार के लिए जीती हूं।”
यह हमला 20 जुलाई 1944 को हुआ था लेकिन नाकामयाब रहा। इसके बाद से ईवा हिलटर के साथ रेच चांसलेरी के बंकर में रहने लगी। फिर वो दिन आया जिसने इन दोनों के रिश्ते को ही बदल डाला।
बात 29 अप्रेल 1945 की है जब हिटलर ने बंकर के इंदर ही ईवा से शादी की और उसे अपनी पत्नी का दर्जा दिया। ये वो वक्त था जब दुश्मन हिलटर के दरवाजे पर खड़े थे और ईवा ने उसे छोड़ कर जाने से मना कर दिया था। इनकी शादी की कहानी भी दिलचस्प है।
उनके आस-पास का इलाका आग में जल रहा था और वे बंकर में शादी कर रह थे। हिटलर ने अपने कर्मचारियों के लिए शादी की पार्टी के तौर पर नाश्ता आयोजित किया। यह शादी सिर्फ 46 घंटे की थी।
30 अप्रैल 1945 को उन्होंने कर्मचारियों को दोपहर के 1 बजे आखिरी बार अलविदा कहा और कर्मचारियों ने गोली चलने की आवाज सुनी। दरवाजा खोला तो देखा कि दूल्हा-दुल्हन फर्श पर मृत पड़े हैं।
हिटलर ने खुद को गोली मार ली थी और ईवा ने साइनाइड कैप्सूल खा कर अपने प्रेमी के साथ जान दे दी थी। हिटलर मरने से पहले ईवा को अपनी पत्नी बना गया और इनका रोमांस सदा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। यकीनन हिटलर तानाशाह था लेकिन ये कहानी 20वीं सदी की सबसे यादगार प्रेम कहानियों में से एक है जो बताती है कि क्रूर तानाशाह के भीतर भी दिल था।