आम महोत्सव में दशहरी के अलावा मिलेगी 25 किस्मों की आम की आइसक्रीम
लखनऊ: केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान द्वारा 22 जून से आयोजित आम महोत्सव में 25 किस्मों की आइसक्रीम आम महोत्सव में एक नव व्यवसायी को स्थापित करने में सहयोग के लिए प्रदर्शित करेगा जहां आप इनका स्वाद भी ले सकंगे. इसका मुख्य उद्देश्य आइसक्रीम बनाने के लिए आम की उपयुक्त किस्मों की जानकारी इकट्ठा करना है. आम की किस्म का असर उससे बनी आइसक्रीम के रंग, खुशबू और बहुत सी खूबियों पर पड़ता है जिसके कारण कुछ किस्मों की आइसक्रीम तो बहुतही बेहतरीन होती है और आप उन्हें जरुर पसंद करेंगे.
आम महोत्सव 22 जून से, प्रदर्शित होगी दशहरी के लावा भी 25 किस्मों की आइसक्रीम
15 आम की किस्मों की आइसक्रीम बनाने के बाद यह पाया की आइसक्रीम के रंग एवं स्वाद में बिना रसायनों के प्राकृतिक विविधता उत्पन्न की जा सकती है. आमतौर परमार्केट में कृत्रिम रंग और खुशबू का प्रयोग करके बनी आम की आइसक्रीम उपलब्ध है. यह आइसक्रीम बहुतायत से मार्केट में बिक रही है परंतु रसायनों के प्रयोग से स्वास्थ्य पर प्रभाव से अनजान ग्राहक खा भी रहे हैं. उत्तर भारत में आम का अच्छा एवं सस्ता गूदा आम के मौसम के लावा मिलना कठिन है और सीजन बाद इसके उपलब्ध न होने से वर्षभर आइसक्रीम बनाने का सवाल ही नहीं उठता. वैसे भारत के दूसरे आम उत्पादक क्षेत्रों में आम के गूदे की कई फैक्ट्रियां हैं परंतु मलिहाबाद और यहां तक कि पूरे उत्तर भारत में आम के गूदे के प्रसंस्करण के क्षेत्र में व्यवसायिक रूप से संतोषजनक प्रगति नहीं हुई है. संस्थान आइसक्रीम के लिए उपयुक्त किस्म खोजने के लिए यह प्रयास पहली बार कर रहा है.सफलतापूर्वक किया जा सकें.