डाम्बुक वैली (अरुणाचल प्रदेश)। यहां की शानदार डाम्बुक वैली में शुरू हो रही जेके टायर की वार्षिक औरेंज चार गुणा चार फ्यूरी रैली में चंडीगढ़ के गेरारी आॅफ रोडर्स और कोच्चि के युनाइटेड केरला आॅफ रोडर्स के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। चार गुणा चार फ्यूरी एडवेंचर और म्यूजिक से भरपूर इस औरेंज म्यूजिक फैस्टिवल फैस्टिवल का अहम हिस्सा है जहां यह दोनों बेहद प्रतिस्पर्धी टीमें एक और शानदार मुकाबले के लिए तैयार हैं।
गेरारी ने मौजूदा विजेता कबीर वाराइच और गुरमीत सिंह के नेतृत्व में अपनी चार टीमें उतारी हैं। वहीं युनाइटेड केरला ने 22 सदस्यीय मजबूत टीम यहां भेजी है। आज कुल 50 टीमें यहां लाइन अप हैं जिनमें पिछले साल दूसरे स्थान पर रहने वाली नागालैंड की एओएन और तीसरे स्थान पर रहने वाली अरुणाचल की एमओसीए के नाम भी शामिल हैं। इनकी मौजूदगी से यह इस देश का सबसी बड़ी आॅफ रोड प्रतियोगिता बन गई है।
जेके टायर औरेंज चार गुणा चार फ्यूरी: गेरारी और युनाइटेड केरला आॅफ रोडर्स में होगी कड़ी टक्कर
यह टूर्नामेंट जेके टायर के लिए काफी मायने रखता है क्योंकि पूर्वोत्तर में चार साल पहले यहां की डाम्बुक वैली में जेके टायर ने ही चार गुणा चार फ्यूरी रैली के जरिए आॅफ रोडिंग रैली की शुरुआत की थी। इस कॉन्सेप्ट ने एडवेंचर से जुड़े लोगों और पूर्वोत्तर के युवाओं को अपनी तरफ आग की तरह खींचा।
इस संस्करण में प्रशंसकों को कई तरह के एडवेंचर करने का मौका मिलेगा जिसमें रिवर राफटिंग, डर्ट साइकिलिंग, और जंगलों में एटीवी राइड शामिल हैं। इसके अलावा स्थानीय खेल जैसे कि तीरंदाजी, डार्ट, फिशिंग, सेरेना वैली के आस-पास साइकिलिंग भी कार्यक्रम में शामिल है। इसमें कोई शक नहीं है इस फैस्टिवल की सबसे मशहूर स्पर्धा चार गुणा चार फ्यूरी होगी जो अरुणाचल प्रदेश के घन जंगलों में आयोजित की जाएगी।
टीम को तकरीबन 800 मीटर के दो मुश्किल सर्किट को पार करना होगा जहां उनकी ड्राइविंग स्कील्स, बहादुरी और टीमवर्क की परीक्षा होगी। साथ ही उनके वाहनों को भी मुश्किल रास्तों से गुजरना होगा। इन वाहनों में पुरानी और भरोसेमंद जिप्सी के अलावा तमाम तरह के स्पोटर्स वाहन मौजूद होंगे। जो पहली बाधा ड्राइवरों को पार करनी होगी उनमें डाम्बुक टाउन के बाहर सिसर नदी को पार करने की होगी। यह इस साल होने वाले औरेंज म्यूजिक फैस्टिवल का आयोजन स्थल है। इसके बाद ड्राइवरों को 500 मीटर के कोर्स को पार करना होगा। कोर्स में कई जगह तेज बहती नदी खिलाड़ियों की राह को मुश्किल करेगी। फाइनल स्टेज में चालकों को सिनेह रिवर बेड को पार करना होगा जो 300 मीटर का होगा।