देशभर में कोरोना के 505 नये मामले, आठ की मौत
नयी दिल्ली। देश के विभिन्न राज्यों में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 505 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3577 पर पहुंच गयी है तथा संक्रमण के कारण आठ और लोगों की मौत के साथ ही अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं देश में अब तक इस संक्रमण से 275 लोग ठीक हुए हैं तथा उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है। पूरे देश में कोरोना के अभी 3219 मामले सक्रिय हैं तथा इन लोगों का इलाज किया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के सर्वाधिक 503 मामले सामने आ चुके हैं और अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां अबतक 490 लोग संक्रमित हुए हैं और सबसे अधिक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। तीसरे नंबर पर तमिलनाडु है जहां अबतक 485 लोग संक्रमित हुए हैं और तीन लोगों की मौत हुयी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अगर दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात के मामलों की तुलना की जाए तो एक बात सामने आती है कि देश में कोरोना मामले के दोगुने होने की दर 4़ 1 दिन हो गई है और अगर वह घटना नहीं हुई होती तो कोरोना के मामलों के दुगने होने की अवधि 7़ 4 दिन थी।
मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमितों में से 1023 मामले दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात में शामिल लोगों से जुड़े हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों से जुड़े कोरोना वायरस संक्रमण के 1023 मामले देश के 17 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में पाये गये हैं। इन राज्यों में दिल्ली, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, असम, आंध्र प्रदेश,तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना,उत्तर प्रदेश,झारखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, अंडमान-निकोबार, राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।
कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार की ओर से युद्धस्तर पर किये जा रहे प्रयासों के बीच रविवार काे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और प्रतिभा पाटिल के साथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह तथा एचडी देवेगौड़ा से भी बातचीत की। श्री मोदी ने इन नेताओं के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं के साथ भी कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति पर विस्तार से विचार विमर्श किया।
प्रधानमंत्री ने दोनों पूर्व राष्ट्रपतियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों के साथ टेलीफोन पर इस असाधारण संकट के बारे में बात की और देश में कोरोना के संक्रमण से संबंधित विभिन्न मु्द्दों पर चर्चा की। इस दौरान कोरोना के संक्रमण की स्थिति और उससे निपटने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर मुख्य रूप से बात हुई।
श्री मोदी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को भी फोन किया और उनके साथ भी कोरोना के कारण उत्पन्न स्थिति के तमाम पहलुओं पर विचार विमर्श किया। प्रधानमंत्री ने जिन नेताओं के साथ बात की उनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी , बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक, तेलंगाना राष्ट्र समिति के के चन्द्रशेखर राव, द्रविड मुनेत्र कषगम के एम के स्टालिन और शिरोमणि अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल शामिल हैं।
श्री मोदी ने इस मौके पर देशवासियों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए रविवार की रात नौ बजे से नौ मिनटों तक अपने घरों की बिजली बंद कर अपनी बालकनी में दिया जलाकर अंधकार पर प्रकाश की विजय का संकल्प लेने को कहा जिस पर लोगों ने अभूतपूर्व ढंग से प्रतिक्रिया व्यक्त की। देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने शंखनाद, पटाखों, हैप्पी दिवाली और गो कोरोना गो की आवाजों के साथ दिवाली मनायी। लॉकडाउन के बावजूद लोगों ने पटाखे छोड़कर श्री मोदी की अपील का एकप्रकार से समर्थन किया।
गौरतलब है कि देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना से संक्रमण के मामलों में कुछ तेजी आयी है और सरकार संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मिनट तक देशभर में मनी दिवाली