51 कंपनियों को IPO लाने के लिए SEBI से मिली मंजूरी, लेकिन कमजोर सेंटीमेंट से टूटी हिम्मत
नई दिल्ली : पिछले कुछ समय से शेयर बाजार(Share Market) की गिरावट को देखते हुए बड़ी-बड़ी कंपनियां बाजार में पैर रखने से डर रही हैं. मार्केट रेगुलेटर SEBI ने इस साल 67 कंपनियों को इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने की मंजूरी दी है. लेकिन, इसमें से सिर्फ 16 कंपनियों ही अब तक IPO लाई हैं. पिछले साल इसी समय तक 24 कंपनियां आईपीओ लॉन्च कर चुकी थीं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि शेयर बाजार में कमजोर सेंटीमेंट(weak sentiment) , रूस-यूक्रेन जंग, तेल की ऊंची कीमतें, महंगाई (Dearness) को लेकर चिंता, सेंट्रल बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी और अमेरिका(America) में मंदी की आशंका जैसे कारणों के चलते कंपनियां (companies) फिलहाल आईपीओ को टाल रही हैं.
मनीकंट्रोल की एक खबर के मुताबिक, आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स में इक्विटी रिसर्च (फंडामेंटल) के हेड, नरेंद्र सोलकीं ने बताया, “बाजार का सेंटीमेंट फिलहाल कमजोर है. इसके चलते आईपीओ की संख्या भी इस साल कम रही है. इस कमजोरी के पीछे अधिकतर कारण ग्लोबल हैं. ब्याज दरों में बढ़ोतरी और महंगाई के लंबे समय तक जारी रहने के चलते कई विकसित देशों में मंदी की आशंका जताई जा रही है.”
एसित सी मेहता फाइनेंशियल सर्विसेज में इनोवेशन एंड ग्रोथ सेगमेंट के डायरेक्टर, आनंद वर्दराजन ने कहा कि IPO मार्केट में कई सारे पहलुओं के चलते सेंटीमेंट कमजोर हुआ है, जिनमें सबसे बड़ा कारण शेयर बाजार में आई गिरावट है.
घरेलू निवेशकों ने बाजार को बचाया
आनंद वर्दराजन ने बताया, “हम पिछले कुछ समय से बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देख रहे हैं. यह नेगेटिव सेंटीमेंट विदेशी निवेशकों की तरफ से की गई अंधाधुंध बिकवाली से पैदा हुआ है. हालांकि वहीं, इसके उलट घरेलू निवेशकों की तरफ से खरीदारी में तेजी दिखी है. घरेलू निवेशकों के चलते ही बाजार बहुत अधिक नीचे नहीं नहीं गया है.” विदेशी निवेशकों ने इस साल की पहली छमाही में करीब 3 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की है.
उन्होंने कहा, “दूसरी छमाही में हमें कुछ पहलुओं का असर धीमा होते दिख सकता है, जिसमें बाजार में नकारात्मक माहौल कम हो सकता है. मेरा मानना है कि इसके बाद हमें आईपीओ मार्केट में एक बार फिर से हलचल देखने को मिल सकती है.”
हाल ही में आई Axis Capital की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेबी ने 67 कंपनियों को अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर लाने के लिए मंजूरी दी है. इनमें API होल्डिंग्स (फार्मईजी की पैरेंट कंपनी), वन मोबीक्विक सिस्टम्स, गो एयरलाइंस, भारत FIH, TBO टेक, सूरज एस्टेट डेवलेपर्स, फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज, आर्चियन केमिकल इंडस्ट्रीज, आधार हाउसिंग फाइनेंस, इमेजिन मार्केटिंग (BoAt), हर्षा इंजीनियर्स, फैबइंडिया, कैपिलिरी टेक्नोलॉजीज, एशियानेट सैटेलाइट कम्युनिकेंशस और सीरमा एसजीएस टेक्नोलॉजी आदि शामिल हैं.
इनके अलावा, एलिन इलेक्ट्रॉनिक्स, जेके फाइल्स एंड इंजीनियरिंग, वेलनेस फॉरएवर मेडिकेयर, वारी एनर्जीज, एलई ट्रेवेन्यूज टेक्नोलॉजी (ixigo), एमक्योर फार्मास्युटिकल्स, स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन, इंडिया1 पेमेंट्स, जेमिनी एडिबल्स एंड फैट्स इंडिया, इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया (बजाज इलेक्ट्रॉनिक्स), ट्रैक्सन टेक्नोलॉजीज, फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस, ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक, केमस्पेक केमिकल्स, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक और जन स्मॉल फाइनेंस बैंक के आईपीओ को भी मंजूरी मिल चुकी है.
38 कंपनियों ने आईपीओ के लिए आवेदन जमा किया है और वे सेबी से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही हैं. इनमें स्नैपडील, ड्रूम टेक्नोलॉजी, ओयो, एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स, नवी टेक्नोलॉजीज, एबिक्सकैश, आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज, पेमेट इंडिया, बीबा फैशन, केफिन टेक्नोलॉजीज, हेमानी इंडस्ट्रीज, जॉयलुक्कास इंडिया, यात्रा ऑनलाइन, विक्रम सोलर और लावा इंटरनेशनल आदि शामिल हैं.