516 मछुआरे और 32 ट्रॉलर बांग्लादेश ने भारत को वापस लौटाए
कोलकाता : समुद्री तूफान में फंसकर बंगाल की खाड़ी में बांग्लादेश चले जाने वाले 516 मछुआरों और उनके 32 ट्रॉलर को बांग्लादेशी तटरक्षक बल ने भारत को वापस लौटा दिया। भारतीय तटरक्षक बल की मदद से सभी मछुआरे बुधवार को अपने घर लौट आए। हालांकि पुलिस-प्रशासन ने मछुआरों को अब से मौसम खराब होने पर गहने समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है। मौसम खराब होने पर सरकार की मनाही के बावजूद समुद्र में जाने वाले मछुआरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी चेतावनी दी है। विगत सात जुलाई को मौसम विभाग की चेतावनी को नजरअंदाज कर दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप अंतर्गत विभिन्न गांव से हिलसा मछली पकड़ने के लालच में बंगाल की खाड़ी में गए थे। पर बंगाल की खाड़ी में केंदुआ द्वीप से कुछ किलोमीटर पहले ही इंडो-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय जल सीमा क्षेत्र में मछुआरों का ट्रॉलर भीषण समुद्री तूफान में फंस गया। इसमें चार ट्रॉलर पलट गया, जिस कारण उसमें सवार मछुआरे समुद्र में गिर गए। कुछ को बचा लिया गया, जबकि कई अभी भी लापता हैं। वहीं, तूफान में फंस कर 32 ट्रॉलर बांग्लादेशी सीमा में चला गया। पर बांग्लादेश के पटूआखाली में बांग्लादेशी तटरक्षक बल के जवानों ने उन्हें बचा लिया। उनकी देखरेख में ही 32 ट्रॉलर में सवार 492 भारतीय मछुआरे और 24 माझी को रखा गया था। हालात सुधरने पर बांग्लादेशी तटरक्षक बल ने भारतीय तटरक्षक बल से संपर्क कर घटना की जानकारी दी और मछुआरों के सही सलामत होने की सूचना दी। गत मंगलवार की शाम बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय मेरीटाइम सीमा (आइएमबीएल) में सभी भारतीय मछुआरों और उनके 32 ट्रॉलर को भारतीय तटरक्षक बल को सौंप दिया। भारतीय तटरक्षक बल के जवान बुधवार को सभी मछुआरों को काकद्वीप लाए। वहां पुलिस की मौजूदगी में सभी मछुआरों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। लगे हाथ पुलिस, जिला प्रशासन और काकद्वीप मत्स्य पोर्ट के अधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई।