59 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग, शनि- गुरु की युति से ये राशियाँ रहें संभलकर
ज्योतिष में शनि और गुरु का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। दोनों ही ग्रह बहुत ही प्रभावशाली होते हैं। दोनों ही बहुत धीमी चाल से चलते हुए एक राशि से दूसरी राशि में अपना स्थान परिवर्तन करते हैं। शनि ढाई साल में राशि बदलते हैं तो वहीं गुरु 12 से 13 महीने के अंतराल में एक राशि को छोड़कर दूसरी राशि में जाते हैं। ऐसे में शनि और गुरु की युति बहुत सालों के बाद हुई है। गुरु और शनि का यह मिलन लगभग 59 साल के बाद हुआ है।
मेष- युति के असर से मेष राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन में परेशानियां पैदा हो सकती है। परिवार के सदस्यों की सेहत बिगड़ने से आपकी चिंताएं बढ़ेगी। वहीं कर्म क्षेत्र में आपको बहुत अच्छे संकेत भी मिल सकते हैं। शनि गुरु की युति मेष राशि के जातकों के लिए उनके कर्म के भाव मे हुआ है।
वृष- इस युति के कारण वृष राशि के जातकों में नौकरी के मामले को लेकर परेशानियां आ सकती है। आपके जीवन में कई तरह के बदलाव भी देखने को मिलेगा।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए अष्टम भाव में इन ग्रहों की युति बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती। कोर्ट कचहरी के मामलों से बचें झगड़े विवाद से दूर रहें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। भागदौड़ पर भी खर्च होगा। सेहत से जुड़ी समस्या सामने आ सकती है।
कर्क
गुरु और शनि की युति राशि से सप्तमभाव में होने से दांपत्य जीवन में कड़वाहट ला सकती है। विवाह संबंधी वार्ता में बाधाएं आ सकती है। व्यापार में लाभ की उम्मीद बढ़ेगी। इस युति के प्रभाव से व्यक्तित्व और मान-सम्मान में निखार आएगा और छवि मजबूत होगी।
सिंह
यह युति आपकी राशि से छठे शत्रुभाव में हो रहा है। यह ग्रह-गोचर रोग और शत्रुओं से मुक्ति दिलाएगा। काफी दिनों से रुका हुआ आपका कार्य बनेगा। कोर्ट कचहरी के मामले में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत है।यह युति नौकरी पेशा जातकों के लिए नई ऊंचाइयां देगी।
कन्या
आपके लिए पंचम भाव में गुरु-शनि की युति होगी। कार्य-व्यापार में उन्नति से लाभ मार्ग प्रशस्त होगा, समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी, संतान संबंधी चिंता दूर होगी। संतान प्राप्ति के भी योग। आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी होने के संकेत है। साथ ही समाज में आपका मान-सम्मान होगा। कुछ लोगों की नौकरी छूट सकती है लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है बाद में आपकी स्थिति ठीक हो सकती है।
तुला
शनि-गुरु की युति राशि से चतुर्थभाव में होने से मिलाजुला फल देगा। पारिवारिक कलह बढ़ने से मानसिक अशांति बढ़ सकती है। कार्यक्षेत्र में भी यह युति आपको जबरदस्त लाभ देगी।
वृश्चिक
समाज में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। यह युति आपके साहस एवं पराक्रम की वृद्धि करवाएगा। अपने साहस के बल पर विषम हालातों पर भी आपकी जीत होगी।
धनु
गुरु-शनि की युति आपकी राशि से धनभाव में बना हुआ जिस कारण से आपका आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग बनेंगे। आप किसी महंगी वस्तु का क्रय कर सकते हैं।
मकर
यह युति आपकी राशि में ही हो रही है। आपको इसका लाभ मिलेगा। अचानक से अत्यधिक प्रसिद्धि मिल सकती है। सरकारी सर्विस हेतु आवेदन करना सफल रहेगा, अचल संपत्ति पर बाय करेंगे कोई बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी मिलेगी।
कुंभ राशि
खर्चों में अचानक से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी क्योंकि यह युति आपकी राशि से व्ययभाव में बना हुआ। यात्रा सावधानीपूर्वक करें दुर्घटना से बचें। गोचर अत्यधिक सावधानी बरतने की तरफ संकेत कर रहा है। आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं।
मीन राशि
यह युति आपकी राशि से लाभभाव में हो रहा है जिस कारण से आपको विषम परिस्थितियों से छुटकारा दिलाएगा। आय के साधन बढ़ेंगे। विद्यार्थियों के लिए शिक्षा-प्रतियोगिता में अच्छी सफलता के योग बन रहे हैं। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी। नौकरी में सम्मान मिलने के योग है।