मध्य प्रदेशराज्य

हरदा की पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में 6 की मौत, 59 घायल,हरदा भेजी गई 115 एम्बुलेंस, अलर्ट पर अस्पताल

भोपाल : मध्य प्रदेश के हरदा जिले में संचालित एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए कई विस्फोटों के बाद लगी भीषण आग में छह लोगों की मौत हुई है और 59 लोग घायल हुए हैं। घायल और झुलसे लोगों का इलाज जारी है। हरदा की घटना पर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा ‘इस घटना में छह लोगों की मौत हो गई है और 50 से ज्यादा लोग घायल हैं. 50 से ज्यादा एंबुलेंस मौके पर भेजी गईं। हमारे मंत्री उदय प्रताप सिंह, डीजी होम और करीब 400 पुलिस अधिकारी मौजूद हैं। घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। हम आग पर काबू पाने और घायलों को तत्काल सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं। हम मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये प्रदान करेंगे और घायलों का मुफ्त इलाज किया जाएगा।

मिली जानकारी के अनुसार, हरदा के बैरागढ़ इलाके में मगरधा रोड के करीब एक आवासीय बस्ती है और यहां एक अवैध पटाखा फैक्ट्री संचालित था। इस फैक्ट्री में मंगलवार को विस्फोटों के साथ आग लग गई। आसमान पर आग और धुएं के गुबार नजर आने लगे। यह आग भीषण रूप ले चुकी है और उसने कई मकानों को भी प्रभावित किया है।

हरदा के कलेक्टर ऋषि गर्ग ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि छह लोगों की मौत हुई है और 59 लोग घायल हुए हैं। इन घायलों का उपचार जारी है। राहत और बचाव कार्य जारी है। आग पर काबू पाने के लिए आसपास से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गई हैं।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस हादसे को लेकर एक्स पर लिखा, “हरदा में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मंत्री उदय प्रताप सिंह और वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं।”

उन्होंने इस हादसे में झुलसे और घायलों को बेहतर उपचार मुहैया कराने को लेकर भोपाल तथा इंदौर में मेडिकल कॉलेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है। साथ ही इंदौर व भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भी भेजा जा रहा है।

इस फैक्ट्री में पटाखों में विस्फोट और आग के विकराल रुप लेने के बाद आसपास के कई मकान भी जद में आ गए। इतना ही नहीं, फैक्ट्री के आसपास के इलाके में मकान से उछले ईंट- पत्थर ने सड़कों से गुजरते लोगों को भी अपनी चपेट में ले लिया। परिणाम स्वरुप वे सड़क पर गिर गए। कई लोग सड़क पर अचेत अवस्था में भी नजर आए।

राज्य सरकार के पूर्व मंत्री कमल पटेल ने भी इस हादसे को दुखद बताया है और उनका कहना है कि आग भीषण है और उस पर काबू पाने के लिए आसपास के क्षेत्र से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गई हैं। इस फैक्टरी को बैन किया गया था, ब्लैक लिस्टिड कर दिया गया था। उसके बाद कैसे चल रही थी, यह जांच के बाद ही पता चलेगा।

स्थानीय लोगो का कहना है कि एक के बाद एक कई धमाके सुनाई दिए और आग का गुबार नजर आने लगा। इसके साथ ही पटाखा फैक्टरी के आसपास के मकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। यह धमाके इतने तेज थे कि आसपास का इलाका भी दहल गया।

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