नई दिल्ली भारत-चीन सीमा पर लिपुलेख दर्रे की अंतिम सीमा चौकी के रास्ते को सुगम बनाने के लिए उत्तराखंड में घाटियाबागढ़-लिपुलेख मार्ग पर बूंदी तथा गरबियांग के बीच छह किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया जाएगा। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
परियोजना के मुख्य अभियंता हीरक विमल गोस्वामी ने कहा, “सुरंग के सर्वेक्षण कार्य का ठेका एटीएनओके इंडिया कंसल्टेंट्स को दिया गया है। कंपनी ने सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया है और एक साल के भीतर अपना अंतिम प्रस्ताव पेश करेगी।”
उन्होंने कहा कि 2,000 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजना चार-पांच साल में शुरू हो सकती है। गोस्वामी ने कहा, “बीआरओ ने प्रस्तावित सुरंग के मद्देनजर बूंदी से गरबियांग तक की सीमा सड़क को ‘सिंगल लेन’ रखा है, जबकि बाकी का हिस्सा ‘डबल लेन’ का होगा।”