कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष के लिए छीना-झपटी और भगदड़, 6 दिन में 6 लोगों की मौत
भोपाल: कुबेरेश्वर धाम के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का दावा झूठा निकला है. अब प्रदीप मिश्रा के कुबेश्वर धाम का रुद्राक्ष फेंकने,छीना झपटी करने और भगदड़ का वीडियो सामने आया है. जब कि उन्होंने कहा था कि यहां कोई रुद्राक्ष नहीं फेंके गए और न ही कोई भगदड़ हुई है. साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर कुबेरेश्वर धाम में ऐसा कुछ हुआ है तो कोई उसका वीडियो सामने लाए. अब रुद्राक्ष फेंके जाने ता वीडियो सामने आने के बाद प्रदीप मिश्रा का झूठ उजागर हो गया है. बता दें कि रुद्राक्ष महोत्सव और कथा का आज अंतिम दिन है. कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान 6 दिनों में 6 मौतें हो चुकी हैं.
महाराष्ट्र के मालेगांव नासिक की रहने वाली 50 साल की मंगल बाई अपने परिजनों के साथ कुरेश्वरधाम पहुंची थी. 16 फरवरी को वह अचानक चक्कर खाकर गिर पड़ी और दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई.
महाराष्ट्र के अकोला की रहने वाली 40 साल की मंगला रुद्राक्ष महोत्सव के लिए कुबरेश्वर धाम पहुंची थी. वह पहले से बीमार थी, जिसके चलते उसकी मौत हो गई. महाराष्ट्र के रहने वाले विवेक अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ सिहोर के कुब्रेश्वर धाम आए थे. जहां उनके 3 साल के बच्चे अमोघ भट्ट की मौत हो गई. वह पहले से ही दिमागी बीमारी से ग्रस्त था.
झांसी की रहने वाली 40 साल की पूनम सिंह अपनी मां और बहन के साथ कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने आई थी. वह किडनी की बीमारी से ग्रस्त थी. 20 फरवरी को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और कुबेरेश्वर धाम में ही उसकी मौत हो गई.
कुबेरेश्वर धाम में ड्यूटी पर तैनात इंदौर के खजराना थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक श्याम मीणा को अचानक हार्ट अटैक आ गया. जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई. कुबेरेश्वर धाम में ड्यूटी करने आए अजाक थाना भोपाल में पदस्थ समर सिंह भदौरिया की भी दिल का दौरा पढ़ने से आज मौत हो गई.