गंगा में नाव पलटने से 6 लोग डूबे, तीन की मौत दो बचाए गए एक लापता
प्रभु घाट पर नाव में पानी भरने से हुआ हादसा, नाविक की मौत से लोग हतप्रभ
वाराणसी : गंगा के प्रभु घाट पर सोमवार दोपहर बड़ा हादसा हुआ। प्रभुघाट के सामने गंगा में नाव पलटने से छह लोग डूब गए। घटना में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति लापता है। एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से दो लोगों को बचा लिया गया। हादसे में लापता युवक की तलाश जारी है। सोमवार दोपहर में टुंडला से काशी घूमने आए पांच दोस्त प्रभु घाट पर गए थे। यहां उन्होंने एक नाव वाले से गंगा में नौकायन कराने की बात कही। नाविक को लेकर कुछ छह लोग उस पर सवार थे। घटना स्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार नाव पर घूमने जाने से पहले सभी ने शराब भी पी थी। नाव अभी प्रभु घाट से आगे बढ़ी ही थी कि उसमें पानी भरने लगा। इससे नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना में नाव सवार सभी छह लोग डूब गए। घाट पर मौजूद नाविकों ने सभी को बचाने का प्रयास किया लेकिन दो लोगों को ही निकाल पाए। उधर थोड़ी ही देर में पुलिस अधिकारियों के साथ ही एनडीआरएफ के जवान भी पहुंच गए। तीन का शव निकाला जा चुका है। एक की तलाश अभी जारी है।
एडीसीपी काशी जोन अनुसार टूंडला फिरोजाबाद निवासी केशव कुमार(32), पवन (27) को तो बचा लिया गया लेकिन अनस (20), संजय (36), इमामुद्दीन (30) के साथ ही भदैनी निवासी नाविक शनि (32) की डूब गए। इसमें संजय अभी तक लापता है। नाव डूबने की घटना में नाविक सनी की मौत हो गई। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ले जा रही थी तभी स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। इसके बाद पुलिस ने शव को घाट पर रख दिया। काफी देर समझाने बुझाने के बाद लोग माने, तब पुलिस शव को लेकर आगे बढ़ी। बताया जा रहा है कि नाविक शनि की शादी 6 साल पहले हुई थी और उसके 2 बच्चे मांशु और बिन्नी है।
नाव हादसे में नाविक सन्नी की मौत के बाद वहां मौजूद नाविक समाज के लोग बहुत दुखी थे। लोग यही कह रहे थे कि सन्नी पानी का खिलाड़ी था। सन्नी जिंदगी का आखिरी दांव पानी में ही हार गया। उधर बेटे की मौत की जानकारी मिलने घाट पर पहुंची शनि की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। दो भाई और दो बहनों में बड़ा सन्नी और छोटा विकास है। घाट किनारे मौजूद लोगों की मानें तो सन्नी तैर कर निकल जाता, लेकिन डूबने वाले सभी लोग उसका पैर पकड़कर लटक गए थे, जिस कारण सन्नी पानी में समा गया।