नई दिल्ली: त्रिपुरा में मतदान हो चुका है अब पस परिणाम का लोगों को इन्तजार है। ऐसे में चुनाव आयोग ने पहली बार स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से मतगणना सुनिश्चित करने के लिए 60 मतगणना पर्यवेक्षक नियुक्त किए है। एक वरिष्ठ चुनाव अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मतगणना पर्यवेक्षक को नियुक्त किया जाएगा।
त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस. बंदोपाध्याय ने बताया कि चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से सभी विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना की निगरानी के लिए 60 मतगणना पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। 28 फरवरी तक वे सभी त्रिपुरा पहुंच जाएंगे। गौरतलब है कि पूर्वोत्तर राज्य में 16 फरवरी को विधानसभा चुनाव हुए थे। वोटों की गिनती 2 मार्च को होगी।
बंदोपाध्याय ने यह भी बताया कि मुख्य सचिव जे के सिन्हा, गीते किरणकुमार दिनकरराव और डीजीपी अमिताभ रंजन पहले ही सभी आठ जिलों का दौरा कर चुके हैं। वे यहां शांतिपूर्ण मतगणना की बाबत जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर चुके हैं। उन्होंने सभी जिलों के समग्र सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की है और सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया है। त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस बंदोपाध्याय ने यह भी बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच 21 मतगणना कक्षों में मतगणना होगी।
मेघालय की सोहियांग विधानसभा सीट पर मतदान स्थगित
मेघालय के सोहियोंग विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को होने वाले मतदान को स्थगित कर दिया है। चुनाव आयोग ने यह फैसला मेघालय के पूर्व गृह मंत्री और सोहियांग विधानसभा क्षेत्र से यूडीपी के उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह की अचानक हुई मौत के बाद लिया है। एक अधिकारी ने शनिवार को इसके बारे में जानकारी दी।
निर्वाचन अधिकारी ने एक आदेश में कहा कि 27 फरवरी को सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक होने वाले मतदान को (सोहियोंग विधानसभा क्षेत्र में) तब तक के लिए स्थगित किया जाता है जब तक कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान की नई तारीख अधिसूचित नहीं कर दी जाती है।’
आगामी चुनाव की तैयारी कर रहे थे एचडीआर
एचडीआर लिंगदोह का 20 फरवरी की शाम निधन हो गया। वह आगामी चुनाव की तैयारी कर रहे थे। एचडीआर को आमतौर पर माहे के नाम से जाना जाता था। मुकुल संगमा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में वे गृह मंत्री थे। उन्होंने पहली बार हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (HSPDP) के टिकट पर 1988 में सोहियोंग से विधायक के रूप में जीत हासिल की थी और 1998 तक विधायक बने रहे।