यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : छठे चरण की वोटिंग संपन्न, 66.44 प्रतिशत मतदान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में छठे चरण के दस जिलों के लिए 57 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो है। शाम 6 बजे तक 66.44 प्रतिशत मतदान हो चुका है। जिसमें सबसे अधिक 52.40 प्रतिशत मतदान अम्बेडकर नगर में हुआ है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रम्हदेव राम तिवारी ने बताया कि यूपी विधानसभा समान्य निर्वाचन के छठे चरण में 57 सीटों पर शाम 5 बजे तक कुल 60.44 प्रतिशत मतदान हुआ है। अम्बेडकर नगर में 52.40, बलरामपुर, 42.67, सिद्धार्थ नगर 45.33, बस्ती में 46.49, संतकबीर नगर 44.67, महराजगंज 47.54, गोरखपुर में 46.44, कुशीनगर 48.49, देवरिया 45.35, बलिया 46.48 प्रतिशत मतदान हुआ है।
सिद्धार्थनगर में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और बांसी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी जय प्रताप सिंह ने नरकटहा स्थित बूथ पर पहुंचकर मतदान किया। वह अपने पूरे परिवार के साथ वोट डालने के लिए पहुंचे थे। मंत्री ने लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार किया और परिवार के साथ वोट डाला। बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतदान का अधिकार सबको है। हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने मताधिकार का प्रयोग करके लोकतंत्र को मजबूत बनाएं और एक अच्छी सरकार बनाने में सहयोग करें।
सिद्धार्थनगर जिले की कपिलवस्तु विधानसभा 303 के बूथ संख्या 257 पर ईवीएम खराब है। सपा ने चुनाव आयोग संज्ञान लेने की अपील की है। सिद्धार्थनगर जिले की बांसी विधानसभा 304 के बूथ संख्या 96 पर ईवीएम खराब हैं। वहीं, बस्ती जिले की सदर विधानसभा 310 के बूथ संख्या 01 पर पिछले तीन घंटे से ईवीएम खराब है। सपा ने ट्वीट करते हुए चुनाव आयोग संज्ञान लेने की अपील की है।
इस चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर सीट से चुनाव मैदान में हैं। बलिया की बांसडीह से नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चैधरी सपा प्रत्याशी हैं। इटवा सीट से बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी मैदान में हैं तो उनसे मुकाबले में सपा के कद्दावर नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय चुनाव लड़ रहे हैं। फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य सपा प्रत्याशी हैं। इसी तरह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुशीनगर की तमकुहीराज से चुनाव लड़ रहे हैं। बसपा प्रत्याशिमों में प्रमुख नाम रसड़ा से चुनाव लड़ रहे उमाशंकर सिंह का है। वर्ष 2017 के चुनाव में इन 57 सीटों में से 46 सीटें भाजपा के पास थीं। बसपा के पास पांच, सपा के पास दो सीटें थीं। कांग्रेस, अपना दल, सुभासपा व निर्दलीय के खाते में एक-एक सीट थी।