7 साल से लापता लड़की को राजस्थान में शादी की तैयारियों के बीच अचानक मिल गए परिजन
कोटा। यह कहानी फिल्मी सी है, मगर हर किसी के दिल को छू लेने वाली है। 14 साल की उम्र में घर छोड़ने वाली लड़की को शादी की तैयारियों के बीच अचानक परिजन मिल गए। अपनों से बिछड़ने के सात साल बाद इसे लेने आए भाई को देखकर आंखें नम हो गई। उनमें खुशी के आंसू छलक आए।
पूरा मामला राजस्थान के कोटा का है, जो महाराष्ट्र के आकोट से जुड़ा है। हुआ यह था कि महाराष्ट्र के आकोट की 14 साल की बच्ची अपने माता-पिता के आए दिन होने वाले झगड़े से परेशान थी। वह ट्रेन में बैठकर महाराष्ट्र से कोटा आ गई। शुरुआत में तो वह एक महिला के साथ रही। फिर अन्य महिला के सम्पर्क में आने के बाद करनी नगर विकास समिति के बालिका गृह में प्रवेश दिलाया गया था।
वर्तमान में वह कोटा के तेजस्विनी संस्थान में रह रही थी। बाल अधिकारिता विभाग के संरक्षण अधिकारी दिनेश शर्मा, ओडब्ल्यू संजय मेहरा, अधीक्षक प्रभा भार्गव ने बार-बार काउंसलिंग की। लेकिन बालिका ने अपने घर के बारे में कुछ भी नहीं बताया। यहीं कहती रही कि मुझे घर वालो के बारे में कुछ नहीं पता। इस पर कोटा में ही उसकी शादी करवाने की तैयारियां हो रही थी।
बाल कल्याण समिति सदस्य विमल चन्द जैन ने बताया कि अप्रैल 2021 में दुबारा काउंसलिंग में बाल कल्याण समिति सदस्य आबिद अब्बासी को बालिका ने अपने बारे पूरी जानकारी दी। इसके बाद मानव तस्करी यूनिट ग्रामीण कान्सटेबल आशिक हुसैन को बालिका के परिजन का आकोट महाराष्ट्र पता बताया। आशिक हुसैन ने कार्रवाई करते हुये बालिका के परिजनों को पता लगाया और परिजनों को कोटा बुलाया। बालिका के माता-पिता का तलाक हो चुका है। दोनों अलग अलग रहते हैं। अब बालिका ले जाने के लिए उसका भाई कोटा आया है।