7 माह की बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी हाथों से हाथ धो बैठा…
बठिंडा : इस घटना के दोनों पहलु गम्भीर चिन्तन की मांग करते हैं. पहला यह कि सात माह की बच्ची से दुष्कर्म करते वक्त आरोपी का दिल क्यों नहीं पसीजा और उसके हाथ क्यों नहीं काँपे और दूसरा यह कि घटना के दो साल बाद भी फरियादी को इंसाफ क्यों नहीं मिला जो उसने खुद इन्साफ करने का सोचकर आरोपी के हाथ काटकर एक अपराध कर दिया. यह मामला न्याय में विलंब होने का नतीजा है.
गौरतलब है कि अपनी 7 माह की बेटी के साथ हुए दुष्कर्म से गुस्साए पिता ने आरोपी के दोनों हाथ काट दिए और फरार हो गया. खेत में खून से लथ-पथ युवक को लोगों ने अस्पताल पहुँचाया. जहाँ हालत गम्भीर होने से उसे फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर किया गया. दरअसल, यह मामला 2014 का है. बठिंडा के गाँव कोटली अबलु में भट्टे पर काम करने वाले परमिन्दर पर आरोप है कि उसने साथ काम करने वाले व्यक्ति की 7 माह की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया.
शिकायत पर नंदगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया. तीन माह पहले ही आरोपी परमिंदर जेल से बाहर आया. मामला कोर्ट में चल रहा है. इसलिए आरोपी और पीड़ित बच्ची का पिता मंगलवार को कोर्ट में बयान दर्ज कराने पहुँचे. पिता ने आरोपी से कोर्ट के बाहर समझौता करने की बात कही और आरोपी को बाइक पर बैठाकर गाँव झुम्बा की तरफ खेतों में ले गया. वहां उसने पहले आरोपी को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा और फिर उसके हाथ काटकर फरार हो गया.