दोनों हाथ-पैर कटे, सड़क पर पड़ी 7 लाशें: गोगामेड़ी जा रहे श्रद्धालुओं की मौत से पूरे गांव में छाया सन्नाटा
नई दिल्ली: सोमवार की शाम, कुरुक्षेत्र के मर्चहेड़ी गांव के श्रद्धालु गोगामेड़ी के दर्शन करने के लिए घर से निकले श्रद्धालुओं को नहीं पता कि वह अब वापिस घर नहीं आएंगे। हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर नरवाना के गांव बिधराना और शिमला के बीच, श्रद्धालुओं की पिकअप गाड़ी को एक ट्रक ने पीछे से जोरदार टक्कर मारी, जिससे 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 8 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है, जिसके दोनों हाथ और पैर कट गए थे।
हादसे की भीषणता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिकअप गाड़ी के परखच्चे उड़ गए थे। सड़क पर चारों तरफ लाशें और खून बिखरे हुए थे, और घायलों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया। मौके पर पहुंचे लोगों ने बचाव अभियान शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और घायलों के बयान दर्ज किए। इनके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ट्रक की टक्कर से पलटी पिकअप
नरवाना पुलिस थाने के प्रभारी, कुलदीप सिंह ने बताया कि यह हादसा हरियाणा के हिसार जिले में हुआ। हादसा तब हुआ जब श्रद्धालुओं की टाटा एस पिकअप गाड़ी को पीछे से लकड़ी से लदे एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मारी। टक्कर के बाद ट्रक सड़क से उतरकर गड्ढे में जा गिरा और पलट गया, जिससे लकड़ियां बिखर गईं। वहीं, पिकअप भी सड़क पर पलट गई, और उसमें सवार सभी 15 लोग इधर-उधर बिखर गए। नरवाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया, जहां 7 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। बाकी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
हादसे में मारे गए लोगों की पहचान 50 वर्षीय रुक्मणी, 35 वर्षीय कामिनी, 55 वर्षीय तेजपाल, 50 वर्षीय सुरेश, 50 वर्षीय परमजीत, और 50 वर्षीय मुक्ति के रूप में हुई है। इस हादसे की खबर फैलते ही आस-पास के गांवों के लोग भी मौके पर पहुंच गए, और पूरा इलाका शोक में डूब गया। इस हादसे ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और तीर्थ यात्राओं के दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता को उजागर किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही घटना के पीछे की वास्तविक वजह सामने आने की उम्मीद है।