अद्धयात्म

7 माह तक मंगल रहेंगे मकर राशि में, ग्रह परिवर्तन से इन राशियों को होगा भारी नुकसान

मंगल महाराज इस समय 7 माह तक मकर राशि पर रहेंगे,मंगल भूमि,भवन,अधिकार और प्रसन्नता पर विशेष प्रभाव रखते है,परिवार मे कलह और समाज मे झगडे,फ़साद और मुकदमेबाजी इस ग्रह के कारण ही होते है,शरीर मे खून पर विशेष अधिकार होने के कारण पृथ्वी के सभी प्राणियों के लिये सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है.7 माह तक मंगल रहेंगे मकर राशि में, ग्रह परिवर्तन से इन राशियों को होगा भारी नुकसान

जब यह ग्रह किसी राशि पर लंबे समय के लिये रुकता है तो कुछ विशेष राशियों के लिये खास फायदेमंद तथा कुछ राशियों के लिये हानिकारक हो जाता है,मंगल के द्वारा होने वाले लाभ मे शत्रु विजय,भूमिलाभ,बलवृद्धि आदि है जबकि मंगल प्रदत्त हानि मे दुर्घटना से हानि,अस्पताल मे निवास,ग्रहकलह,मुकदमों मे हार का सामना करना पड़ता है,आइये देखते है वर्तमान मे किन राशियों को मंगल ग्रह के परिवर्तन से ज्यादा नुकसान है और उन्हे ये सात महीने कैसे गुजारने है.

*मिथुन*- वर्तमान मे मंगल महाराज सात महीने तक आठवें स्थान मे रहेंगे,इससे आर्थिक हानि, जीवनसाथी के स्वास्थय को खतरा,अग्नि,वाहन से दुर्घटना का भय आदि रहेगा,भाईयो से कलह तथा मुकदमे बाजी से हानि का योग,भूमि से जुड़े मामलो मे कष्ट हो सकता है.

*कन्या*- इस राशि के लिये भी मंगल मिथुन राशि जैसा मारक होता है लेकिन मंगल की बैठक पंचम भाव मे है जो की लाभकारी है फ़िर भी मंगल की दो दृष्टि अशुभ भाव मे है इसीलिये अग्नि,दुर्घटना,विधुत आदि से सावधानी बरतें,व्यर्थ मे किसी के प्रति मन मे द्वेष या जलन न रखे,कष्टकारी हो सकता है.

*धनु*- इस राशि के लिये मंगल परम कारक होता है लेकिन मंगल महाराज इस समय द्वितीय स्थान मे बैठे है जो की मंगल के लिये अशुभ भाव है,इसिलिए व्यापारिक वार्ता या अन्य वार्ता मे आवेश मे आकर कोई भी घोषणा न करे,किसी को वचन न दे अन्यथा हानिकारक होगा.

*कुम्भ*- इस राशि के लिये आगामी सात माह विशेष कष्टकारी है इसिलिए विशेष सावधानी से आपको यह समय निकालना पड़ेगा,मुकदमेबाजी

लड़ाई झगडे,ग्रह कलह,भाई बंधु या पति पत्नी मे विवाद तथा दुर्घटना मे हानि का योग बन सकता है,व्यर्थ की यात्रा आदि से दूर रहे,ज़मीन सम्पत्ति के विवादों से दूर रहें.

*उपाय*- रामरक्षा स्त्रोत या रामचरितमानस का पाठ करें,मंगल ग्रह के वैदिक मंत्र का जप करें,मीठा खायें और मीठा खिलाये, किसी भी बात का विरोध न करें,अपमान सहन करने मे भी फायदा है.

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