लखनऊ : पिछले वर्ष की तुलना में खाद्य एवं रसद विभाग ने इस साल अब तक तीन गुना गेहूं खरीद करने का दावा किया है। विभाग के मुताबिक 50 लाख टन खरीद लक्ष्य की तुलना में 70 फीसदी खरीद हो चुकी है। यही नहीं खरीद में गड़बड़ी और लापरवाही पर अब तक 18 अधिकारियों, कर्मचारियों को निलंबित और दो को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा 23 कर्मचारियों व 11 बिचौलियों समेत 44 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है और 13 कर्मचारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ ही 26 अन्य के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। 51 संवेदनशील मंडियों में गड़बड़ी पर नजर रखने के लिए उच्च अधिकारियों को भी तैनात किया गया है। खाद्य आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि सख्ती के चलते ही गेहूं खरीद में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि घटतौली पर नियंत्रण के लिए एक कांटे पर 300 क्विंटल तक ही खरीद करने और किसानों की जमीन व उपज का अधिकतम 20 फीसदी ही खरीद करने का निर्देश दिया गया है। किसानों को लाइन न लगानी पड़े, इसके लिए टोकन सिस्टम लागू किया गया है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि किसी किसान को गेहूं लाने के लिए 10 दिन से अधिक का समय न दिया जाए। खाद्य आयुक्त ने बताया कि गेहूं खरीद में तेजी को देखते हुए करीब 7 हज़ार टन अतिरिक्त क्षमता का इंतजाम किया गया है। आगरा, मथुरा, अलीगढ़, सहारनपुर और बरेली में गेहूं भीगने से खराब हुए दानों के मानकों में केंद्र सरकार से छूट देने का आग्रह किया गया है। इससे इन जिलों के किसानों का भी गेहूं खरीदा जा सके। उन्होंने बताया कि केंद्र ने सात सदस्यीय टीम भेजी है जो जांच कर रही है।