जोधपुर : सहायक प्रशिक्षण केन्द्र, सीमा सुरक्षा बल, जोधपुर में नव-आरक्षकों के बैच संख्या 255, 256, 257 और ज्वाइंट एडमिनिस्ट्रेटिव (JAT) की दीक्षांत परेड का आयोजन शनिवार को किया गया। इस अवसर पर 740 नव-आरक्षकों ने देश की एकता और अखंडता की रक्षा की शपथ लेकर भारतीय संविधान के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की।समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। उन्होंने नव-आरक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे एक ऐसे बल का हिस्सा बने हैं, जो कठिन भौगोलिक स्थितियों में देश की सीमाओं की सुरक्षा में संलग्न है। बीएसएफ को ‘भारत की प्रथम रक्षा पंक्ति’ कहा जाता है और इसकी बहादुरी का इतिहास गर्व का विषय है।
सहायक प्रशिक्षण केन्द्र के महानिरीक्षक एम.एल. गर्ग ने बताया कि इन नव-आरक्षकों को 44 सप्ताह के कठोर प्रशिक्षण से गुज़ारा गया, जिसमें पीटी, योगा, ड्रिल, हथियार, टैक्टिक्स, मैप रीडिंग, डिजास्टर मैनेजमेंट, साइबर सिक्योरिटी, कानून और सीमा प्रबंधन जैसे कौशल सिखाए गए। इसके साथ ही इन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया गया।
प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नव-आरक्षक अमित कुमार, पीयूष, शिवम पांडेय और बसंत उपाध्याय को अपने-अपने बैच में प्रथम स्थान पाने पर स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। नव-आरक्षक सूरज बोरा ने परेड का नेतृत्व कर ‘बेस्ट इन ड्रिल’ का पदक जीता। मुख्य अतिथि ने सीमा सुरक्षा बल के उन वीरों की वीरांगनाओं को भी सम्मानित किया, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया है।
दीक्षांत समारोह के उपरांत योगा एलायंस सोसाइटी द्वारा आर्टिस्टिक योगा, इंडिगो पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा घूमर नृत्य और सहायक प्रशिक्षण केन्द्र के कार्मिकों द्वारा शारीरिक कला का प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा, प्रदर्शनी में हथियारों की फोटो गैलरी और प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए मॉडल्स भी प्रदर्शित किए गए। इस दीक्षांत परेड में नव-आरक्षकों का जोश और देशभक्ति का संकल्प देखने लायक था।ये भी पढ़ें – अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से प