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भारत-अमेरिकी संगठन की 75 संस्थाएँ मिल कर मनायेंगी आजादी का अमृत महोत्सव का भव्य जश्न

नई दिल्ली : भारतीय-अमेरिकी संघ की 75 संस्थाएँ मिल कर बुधवार 14 सितम्बर को अमरीका की राजधानी वाशिंगटन डीसी के ऐतिहासिक कैपिटल हिल में भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव का भव्य जश्न मनायेगी।

कैलिफोर्निया राज्य के पूर्व जल आयुक्त और आयोजन समिति के उपाध्यक्ष अशोक भट्ट के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। इनके अलावा अमेरिकन कांग्रेस के प्रतिनिधिगण न्यूटन फैरिस जूनियर, ब्रैड शेरमेन, मिशेल स्टील, फ्रैंक पैलोन, बडी कार्टर, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अमन सिन्हा आदि भी इस अवसर पर उपस्थित होंगे।

इस उत्सव में अमरीका के कई सांसद, सीनेटर, अमेरिकन कांग्रेस सदस्य , सीईओ, डॉक्टर, वैज्ञानिक, उध्यमी और अन्य पेशेवरों के साथ-साथ प्रसिद्ध कथक नर्तक और कोरियोग्राफ पंडित संदीप महावीर, स्वराधीश डॉ. भरत मोहन बलवल्ली, पार्श्व गायक और इंडियन आइडल फेम भव्या पंडित तथा उस्ताद कादर खान आदि भी शामिल होंगे।

आयोजन समिति के अध्यक्ष यूएस इंडियन रिलेशनशिप काउंसिल के सीईओ और सरदार पटेल संस्थान संस्कृति के अध्यक्ष डॉ. जशवंत पटेल, ने बताया कि यह अनूठा आयोजन भारत की आजादी के उत्सव में अमरीका में प्रवासी भारतीयों के सभी संगठनों को एक साथ लाने में एक मील का पत्थर (हॉलमार्क) साबित होगा।

भारतीय प्रवासी संगठन इस अवसर का उपयोग भारत की समृद्ध परंपरा, इसके नायकों, लोगों और उनकी उपलब्धियों को याद करने के लिए भी करेंगे।
इस मौके पर उल्लेखनीय कार्य करने वाले भारतीयों को सम्मानित भी किया जायेगा, विशेष कर उन्हें जिन्होंने न केवल भारत को अपनी जीवंत लोकतांत्रिक शिखर यात्रा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।साथ ही उनके भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए आत्मानिर्भर भारत को सक्रिय करने के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति और क्षमता भी है।

उल्लेखनीय है कि भारत-अमेरिका प्रवासी संगठन ने पिछले 75 वर्षों में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को एकजुट करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विशेष कर स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी, मानवाधिकार, स्थिरता, पर्यावरणीय स्वास्थ्य,विज्ञान सहित अन्य सभी क्षेत्रों में भारतीय समुदाय का योगदान काफी अहम रहा है।
भट्ट ने कहा कि अमेरिका और भारत जोकि विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र हैं, ने कई क्षेत्रों में संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम किया है।इसी कारण आज अमरीका में भारतीय मूल के कई उद्यमी, सीईओ,निर्वाचित प्रतिनिधि , प्रमुख डॉक्टर, वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकीविद, छात्र और कामकाजी पेशेवर आदि हैं जिन्होंने अपने नवाचारों से विकास में अपूर्व योगदान दिया है ।यें सभी भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य संबंधों को मजबूत करने में भी सबसे आगे रहे हैं।

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