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देश के 78 फीसदी लोगों ने ली टीके की पहली डोज, 35 को लगी दोनों खुराक

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई दिन पर दिन तेज होती जा रही है। भारत में पात्र आबादी के 78 प्रतिशत लोग कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज दे दी गई है जबकि 35 फीसदी लोग को दूसरी डोज भी दे दी गई है। भारत पहले ही 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने का आंकड़ा भी पार कर चुका है। नए आंकड़ों के हिसाब से अब मात्र 28 फीसदी पात्र ऐसी बची है जो वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ले पाई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा ‘एक असाधारण राष्ट्र की असाधारण उपलब्धि, भारत ने पात्र आबादी के 78 प्रतिशत लोगों को पहली कोविट-19 वैक्सीन खुराक और 35 फीसदी पात्र लोगों को दूसरी खुराक दी है। सभी को बधाई क्योंकि हम वायरस को हराने के लिए अपने रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं!’

इस महीने से घर-घर पहुंचेंगे स्वास्थ्य कर्मी

बता दें कि सरकार कोरोना संक्रमण बीमारी के खिलाफ इसी महीने से नई मुहिम की शुरुआत करने जा रही है। ‘हर घर दस्तक’ मुहिम के तहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों को टीका लगाएंगे। इस दौरान दूसरे डोज से वंचित लोगों के साथ ही अब तक एक भी डोज नहीं लगवाने वालों को भी टीका दिया जाएगा। पिछले हफ्ते स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्य तौर पर फोकस देश के उन 48 जिलों पर किया जाएगा, जहां 18 साल या इससे अधिक उम्र के 50 फीसदी से कम आबादी को कोरोना का टीका लगा है। मांडविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक के बाद यह घोषणा की।

11 करोड़ से अधिक लोगों ने नहीं ली समय पर दूसरी खुराक

कोविड-19 टीके की पहली खुराक ले चुके 11 करोड़ से अधिक लोगों ने दो खुराकों के बीच निर्धारित अंतराल समाप्त होने के बाद भी दूसरी खुराक नहीं लगवाई है। अक्टूबर के आखिरी में सामने आए आंकड़े बताते हैं कि 6 सप्ताह से अधिक समय से 3.92 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने दूसरी खुराक नहीं ली है। इसी तरह करीब 1.57 करोड़ लोगों ने चार से छह सप्ताह देरी से और 1.5 करोड़ से अधिक ने दो से चार सप्ताह देरी से कोविशील्ड या कोवैक्सिन की अपनी दूसरी खुराक नहीं ली है।

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