8 घंटे में मुंबई से गोरखपुर के लिए चल पड़ी स्पेशल ट्रेन,रेल राज्यमंत्री के आदेश पर
मुंबई। रेलवे कोई नई ट्रेन चलाने के लिए महीनों की कवायद करता है, लेकिन केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के आदेश पर महज आठ घंटे के भीतर मुंबई से गोरखपुर (उप्र) के लिए एक स्पेशल ट्रेन का इंतजाम कर दिया गया। इसके लिए यहां के कई यार्ड्स में खाली पड़े उन डिब्बों को उठाया गया जिनकी हालत काफी खस्ता थी।
शुक्रवार रात इस ट्रेन की रवानगी के आखिरी वक्त तक इन डिब्बों में रिपेयरिंग का काम चलता रहा।दरअसल, शुक्रवार से पहले तक मुंबई से गोरखपुर के बीच इस स्पेशल ट्रेन का नामोनिशान नहीं था। रेल राज्यमंत्री सिन्हा को ऐसी कई शिकायतें मिली थीं कि शादी का मौसम होने के बावजूद मुंबई से उप्र-बिहार के बीच कोई स्पेशल ट्रेन नहीं है।
भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने भी कहा था कि ट्रेनों में सीट नहीं मिलने से उत्तर भारत के कई यात्री मुंबई के विभिन्न स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर सो रहे हैं।
सुबह साढ़े दस बजे दिया आदेश
शिकायतों के बाद सिन्हा ने शुक्रवार सुबह 10.30 बजे रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को फोन किया और उप्र-बिहार के लिए स्पेशल ट्रेन की मांग की। साथ ही कहा कि यह ट्रेन शुक्रवार रात ही रवाना होनी चाहिए। मंत्री का आदेश मिलते ही रेलवे के अधिकारी ट्रेन के इंतजाम में जुट गए।
आनन-फानन में ट्रेन चलाने के लिए खाली डिब्बों की तलाश होने लगी और यह सुनिश्चित किए जाने की कोशिश होने लगी कि ट्रेन शुक्रवार रात 11.30 बजे मुंबई से रवाना हो जाए।
यहां से आए डिब्बे
इसके लिए भायखला यार्ड से खाली पड़े चार डिब्बा लाए गए और सीएसटी, मझगांव, वड़ी बंदर और दादर से दो-दो डिब्बे लाए गए और इन्हें जोड़कर ट्रेन तैयार की गई। जब ट्रेन तैयार हो गई तो उसकी साफ-सफाई और रिपेयरिंग का काम शुरू किया गया। रात में ट्रेन रवाना कर दी गई।
अन्य ट्रेनों का भी आदेश
सिन्हा ने कहा, “शिकायतें मिलने के तुरंत बाद मैंने रेलवे बोर्ड के अधिकारियों से कहा कि वे शुक्रवार को स्पेशल ट्रेन का इंतजाम करें। मैंने उनसे यह भी कहा कि वे वाराणसी के लिए शनिवार को एक रिजर्व्ड सर्विस का इंतजाम करें और पटना के लिए रविवार को एक जनरल सर्विस का।”