8 साल से चल रहा था PNB में घोटाला, कई बैंकों को लगा अरबों का चूना
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चार आरोपियों को सीबीआई ने किया गिरफ्तार
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि नीरव मोदी समूह की कंपनियों के एक ऑडिटर और दो कर्मचारियों तथा चोकसी की गीतांजलि समूह की कंपनियों के एक डायरेक्टर अनेयाथ शिव रमन नायर, फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड के तत्कालीन एजीएम ऑपरेशन मनीष के बोसामिया, तत्कालीन फाइनेंस मैनेजर मितेन अनिल पांड्या को लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के लिए आवेदन तैयार करने के लिए और ऑडिटर संजय रांभिया को चल रही जांच के सिलसिले में हिरासत में लिया गया। ये मोदी की कंपनियों से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा मेहुल की गिनी इंडिया कंपनी के तत्कालीन डायरेक्टर अनियत शिव रमन नायर को भी गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे हो रहा था घोटाला
सीबीआई के वकील ने कोर्ट को बताया कि बैंक के अधिकारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की किसी एक कंपनी को लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करते थे। जब यह पैसा एक कंपनी के अकाउंट में पहुंच जाता तो दूसरी कंपनी के लिए नया एलओयू जारी कर हो जाता था।
नायर ने कंपनी की तरफ से एलओयू लेने के लिए कई अप्लीकेशन पर दस्तखत किए थे। वहीं बोसामिया कंपनी की तरफ से पीएनबी की ब्राडी हाउस शाखा में जाकर के लेनदेन का हिसाब रखता था। इसी के इशारे पर बैंक से एलओयू जारी होते थे।
Axis, ICICI बैंक की सीईओ पर भी कसा शिकंजा
ये दोनों ही टॉप बैंक अधिकारी उस कंसोर्टियम की सदस्य थी, जिन्होंने नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी की कंपनियों के लिए बैंक लोन की मंजूरी दी थी। SFIO की तरफ से कहा गया है कि दोनों बैंकों से इस मामले में जानकारी ली जाएगी, दोनों बैंकों के प्रमुख से इसी मामले में पूछताछ की जाएगी। SFIO ने इन दोनों के अलावा पीएनबी के एमजडी सुनील मेहता को भी समन भेजा है, उन्हें बुधवार को पेश होने के लिए कहा गया है।