बिहार में कोरोना के 893 नए मरीज, सक्रिय मरीजों की संख्या 2,222 तक पहुंची
पटना: बिहार में कोरोना की रफ्तार अब दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 893 नए संक्रमितों की पहचान की गई। इसमें पटना में सर्वाधिक 565 मरीज मिले। राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या बढकर 2,222 तक पहुंच गई। राज्य में सोमवार को 344 संक्रमितों की पहचान की गई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में पिछले 24 घंटे में 893 कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है। नए संक्रमितों में सबसे अधिक पटना में 565 कोरोना मरीजों की पहचान की गई। इसके अलावे गया में 99 नए संक्रमित पाए गए हैं, जबकि मुजफ्फरपुर जिले में 47, मुंगेर में 14, दरभंगा में 12, जमुई में 11, समस्तीपुर और वैशाली में 10-10 नए संक्रमित पाए गए हैं।
राज्य के अन्य जिलों में अररिया, बांका, बक्सर और अरवल में एक-एक, बेगूसराय, मधेपुरा, सुपौल, पश्चिम चंपारण व भागलपुर में छह-छह, लखीसराय, नालंदा व भोजपुर में 7-7, पूर्वी चंपारण, रोहतास, शिवहर और नवादा जिले में 4-4, जहानाबाद में आठ, किशनगंज, औरंगाबाद, सीवान और कैमूर में 5-5, कटिहार, सारण, सीतामढ़ी और सहरसा में 3-3, पूर्णिया, खगड़िया और मधुबनी में दो-दो नए संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा अन्य राज्य के आठ लोगों के सैंपल भी पॉजिटिव पाए गए। विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर अब 2,222 हो गई है। बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान एक लाख 44 हजार 675 सैंपलों की जांच की गई। पिछले 24 घंटे के दौरान 56 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। राज्य में कोरोना का रिकवरी रेट घटकर अब 98.03 प्रतिशत हो गई है।
इस बीच, कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर आपदा प्रबंधन समूह की मंगलवार को हुई बैठक में राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानों को खोलने का समय रात आठ बजे तक कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिहार में रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा राज्य में प्री स्कूल से आठवीं कक्षा (वर्ग) तक के स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। यहां ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी। इसके अतिरिक्त नौवीं तथा उच्चतर शिक्षा के विद्यालय तथा अन्य संस्थान 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलेंगे। आदेश में यह भी कहा गया है कि शिक्षण संस्थान ऑनलाइन शिक्षा के विषय में स्वयं निर्णय ले सकेंगे।
इसके अलावा भी कई पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। यह आदेश छह जनवरी से 21 जनवरी तक लागू होगा।