9 लुटेरी दुल्हनें गिरफ्तार, सुहागरात के बाद ही कर देती थीं काम तमाम
गिरोह के शिकार होने वाले दो पीड़ितों के बयान के मुताबिक उन्हें गफ्फार ने युवती दिखाई और सिंदूर और माला पहनवा कर शादी भी करवा दी. लेकिन यह महज एक नाटक साबित हुआ शादी के बाद युवती घर के जेवर व अन्य कीमती सामान समेट कर फरार हो गई. गिरोह के सरगना ने रिश्ता कराने की एवज में डेढ़ से दो लाख रुपए पहले ही वसूल लिए थे.
शादी के नाम पर लाखों की चपत, फिर तलाक भी!
दरगाह सीओ दिलिप सैनी के अनुसार गिरोह ने कई युवकों को शादी कराने के नाम पर लाखों रुपए की चपत लगाई है. आरोपियों के कब्जे से फर्जी आईडी और शादी और तालक के कई शपथ पत्र भी बारामद किए गए हैं. संभवत: आरोपी सरगना शादी के बाद पकड़े जाने पर तलाक के झूंठे शपथ पत्र दिखा कर ‘चोरी और सीना जोरी’ करते हुए अपने किए पर पर्दा डाल लेता था.
रिश्ता तय करने पर एक लाख, शादी तक पूरी रकम:
शातिर गिरोह की ठगी का शिकार बना नरवर निवासी सद्दाम पुत्र इस्माइल ने पुलिस को बयां आपबीती में कई खुलासे हुए हैं. पीड़ित के अनुसार वह 1 जनवरी को बहन के साथ दरगाह इलाके में महेश मेडिकल स्टोर के निकट यशोदा गेस्ट हाउस में गए थे. वहां गफ्फार और आरिफ ने उन्हें सुंदर व सुशील लडकी से रिश्ता तय कराने का झांसा दिया. उन्होंने पूजा उर्फ आरिफा से उसे मिलवाया और रिश्ते के एवज में उससे 1 लाख 70 हजार रुपए की मांग की. उसने नलाबाजार स्थित गेस्ट हाउस में गफ्फार और उसके साथी युवतियों व महिलाओं को एक लाख रुपए दिए. शेष राशि उनने 14 जनवरी को देने को कहा था. इस पर गफ्फार ने कहा की पूरी राशि मिलने पर ही शादी की रस्म होगी. गफ्फार और उसके साथी रविवार को नरवर उनके घर आए थे और पचास हजार रुपए लेकर चले गए बाद में जब उनसे संपर्क किया गया तो उनके फोन स्विच ऑफ पाए गए.
पुलिस के हाथ आए सौ से ज्यादा युवक-युवतियों की पहचान:
गिरोह के मास्टरमांइड नसीराबाद नांदला निवासी गफ्फार पुत्र नूर मोहम्मद के साथ नौ युवतियां और चार अन्य युवकों को पकडा गया है. पुलिस ने इनके कब्जे से 80 हजार रुपए नकद और सौ से ज्यादा युवक -युवतियों के फोटो और फर्जी आईडी बरामद की गई है.