टॉप न्यूज़फीचर्डब्रेकिंगराजनीतिराज्य

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पहुंचे 90 विधायक, पायलट समर्थक चार विधायक भी मौजूद

जयपुर: इस कोरोना काल में जहां आये दिन सरकार को लॉकडाउन करना पड़ता है वहीं राजनीति के गलियारों में राजनीति की खुशबु बनी ही रहती है वहीं अब से कुछ देर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी है। करीब नब्बे विधायक बैठक में पहुंच गए हैं, जिनमें सचिन पायलट के समर्थक माने जाने वाले चार विधायक भी शामिल हैं। साथ की करीब दस निर्दलीय विधायक भी बैठक में पहुंच गए हैं।

अब राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच अब से कुछ देर में जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी है। इस बैठक के लिए विधायकों का आना शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी की ओर से व्हिप जारी किया गया है कि जो भी इस बैठक में नहीं आएगा, उसपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। इस बीच सचिन पायलट गुट का दावा है कि उनके समर्थन में तीस विधायक हैं, जो इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। इस बीच सचिन पायलट के करीबी माने जा रहे दानिश अबरार भी अशोक गहलोत की बैठक में पहुंचे हैं।

निर्दलीय विधायक रमिला खड़िया आज की कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगी। रमिला का ही फोन टेप किया गया था। रमिला का कहना है कि आज उनके पति की पुण्यतिथि है, लेकिन उनका समर्थन अशोक गहलोत के साथ है। इस बीच कांग्रेस विधायक महेंद्र चौधरी का कहना है कि भाजपा राज्य में सरकार नहीं गिरा पाएगी, सभी विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हैं। कोई भी नाराज नहीं है।

बैठक से पहले सचिन पायलट गुट का दावा है कि व्हिप जारी होने पर जरूरी नहीं है कि पार्टी बैठक में शामिल होना है। क्योंकि इस वक्त विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा है, ऐसे में व्हिप के कानूनी मायने नहीं हैं।

आपको बता दें कि कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल आज जयपुर पहुंचेंगे। वो कांग्रेस पार्टी की बैठक में हिस्सा लेंगे। बता दें कि इससे पहले ही तीन दिल्ली के नेता जयपुर में मौजूद हैं, जो हालात पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं राजस्थान सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री प्रताप सिंह का कहना है कि अगर सचिन पायलट भाजपा के साथ जा रहे हैं, तो वो पाप कर रहे हैं। हम बीजेपी को सरकार की शपथ नहीं लेने देंगे, हमारी सरकार बहुमत में है और दस बजे हम दिखा देंगे।

सूत्रों की मानें, तो अगर सचिन पायलट और उनके समर्थक आज सुबह होने वाली बैठक में नहीं आते हैं तो पार्टी उनपर एक्शन ले सकती है। इसमें सभी को पार्टी से निकाला जा सकता है। इसके साथ ही राजस्थान का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना जाएगा। कांग्रेस पार्टी रघुवीर मीणा को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है।

पिछले कुछ दिनों से चल रहे इस सियासी ड्रामे ने रविवार को क्लाइमेक्स का रूप ले लिया। जहां अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सियासी तलवारें खिंच गई और दिल्ली में मौजूद केंद्रीय नेतृत्व को एक्शन में आना पड़ा। दिल्ली से तीन नेता जयपुर पहुंचे, जिन्होंने अशोक गहलोत और अन्य विधायकों के साथ बैठक की।

Related Articles

Back to top button