रांची : झारखंड में साहिबगंज जिले के 92 वर्षीय खलील अंसारी अपने जीवन में पहली बार देश की 18वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनाव में वोट डालेंगे। हैरानी की बात है कि उम्र के 9 दशक बीत जाने के बावजूद वोटर लिस्ट में अब तक उनका नाम नहीं जुड़ पाया था। झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार के निर्देश पर उनका नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा जा रहा है। 92 साल के खलील अंसारी दिव्यांग हैं और झारखंड के साहिबगंज जिले में आने से पहले वह बिहार के पूर्णिया जले में रहते थे।
बता दें कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शुक्रवार को साहिबगंज जिले के मंडरो ब्लॉक में दुर्गम क्षेत्र में स्थित मतदान केन्द्रों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने गांवों में जाकर वरिष्ठ और दिव्यांग मतदाताओं से मुलाकात की। इसी दौरान बड़खोरी गांव के रहने वाले 92 वर्षीय खलील अंसारी से बातचीत के दौरान उन्हें पता चला कि उनका नाम आज तक वोटर लिस्ट में जुड़ नहीं पाया है। उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को बताया कि पूर्व में वे बिहार के पूर्णिया जिले में रहते थे, लेकिन अब बड़खोरी में रह रहे हैं और सजग नहीं रहने की वजह से उनका नाम कभी मतदाता सूची में दर्ज नहीं हो पाया।
खलील अंसारी के बारे में ये बात पता चलने पर के. रवि कुमार ने संबंधित कर्मियों को निर्देश दिया गया कि उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए फॉर्म भरवाकर तत्काल प्रक्रिया पूरी की जाए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने शुक्रवार को मंडरो प्रखंड में करीब 10 मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध न्यूनतम सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान वह कई मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने के लिए पैदल चलकर पहुंचे। अपने दौरे में उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से मुलाकात की और उनसे मताधिकार के इस्तेमाल करने के प्रति सजग रहने की अपील की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदान केन्द्र जागरूकता समूह के सदस्यों की सूची एवं वोटर लिस्ट भी देखी। के. रवि कुमार ने नये मतदाता का नाम जोड़ने से संबंधित प्रपत्र 6 संग्रह कर नाम जोड़ने की प्रक्रिया का निष्पादन समय सीमा के भीतर करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी मतदान केंद्रों पर स्वच्छ शौचालय एवं उसमें रनिंग वाटर की व्यवस्था करने के अलावा शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया।