बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये 1171 गांवों में 982 बाढ़ शरणालय स्थापित
बाढ़ क्षेत्रों में फंसे लोगों को बीमारियों से बचाव के लिये 614 मेडिकल टीमें गठित
लखनऊ। राज्य सरकार तेजी से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को राहत देने और उनको बचाने के कार्य में जुटी है। उसने 1171 गांवों में 982 बाढ़ शरणालय स्थापित किये हैं। जहां सभी बुनियादी सुवाओं जैसे शौचालय, पेजयल, कपड़े, बर्तन, बिस्तर आदि की व्यवस्था की गई है। अभी तक सरकार राहत कार्य के दौरान 179262 लोगों को लंच पेकेट और 22279 लोगों को ड्राई राशन किट वितरित कर चुकी है।
जबकि पिछले 24 घंटे में सरकार ने 12049 लोगों को लंच पैकेट और ड्राई राशन किट 1511 पैकेट बांटे गये हैं। सरकार ने राहत कार्य में 2170 नांव लगा रही है और 1236 बाढ़ चौकियां बनाकर फंसे लोगों को निकालने का काम किया जा रहा है। बाढ़ वाले इलाकों में फंसे लोगों को बीमारियों से बचाव के लिये 614 मेडिकल टीमें गठित कर दी गई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ने 536 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद बाढ़ प्रभावित प्रत्येक गांव की लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं। मानव जीवन बचाने के लिये उनकी ओर से हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मानव जीवन के साथ जानवरों की सुरक्षा के लिये भी सरकार काम कर रही है। इसके लिये अभी तक सरकार 533 पशु शिविरों की स्थापना कर चुकी है। इनमें कुल 301223 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। प्रदेश सरकार बाढ़ मे फंसे परिवारों को वायुसेना के 02 हैलीकॉप्टरों से राहत पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा सरकार ने सरकार की ओर से बाढ़ग्रस्त ग्रामों में बचाव और राहत कार्यों के लिये ग्राम स्तर पर समितियों का गठन किया है। इन ग्राम स्तरीय समितियों और नोडल अधिकारियों से समन्वय बनाए रखने के लिये प्रत्येक गांव को एक-एक वायरलेस सेट युक्त पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है। जिससे इन गांवों से संचार व्यवस्था सुदृढ़ बनी रहे।