हरियाणा में फिर सुलगने लगी जाट आंदोलन की चिंगारी, खट्टर ने दी चेतावनी
एजेंसी/ नई दिल्ली। हरियाणा में एक बार फिर जाट आंदोलन की चिंगारी सुलगने लगी है। जाट नेताओं ने 5 जून से एक बार फिर आंदोलन की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए हरियाणा मे सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। एजेंसियों को फेसबुक, ट्विटर और WhatsApp जैसे सोशल मीडिया पर खास नजर रखने को कहा गया है।
हरियाणा के 7 संवेदनशील जिलो में केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई है। सोनीपत में धारा 144 लागू कर दी गई है। सोनीपत के सभी अफसरों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। आंदोलन को धमकी को देखते हुए मुनक नहर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उधर जाटों ने झज्जर में महापंचायत कर सरकार के बहिष्कार की चेतावनी दी है। जाटों का कहना है कि उनकी मांगें न माने जाने पर वो सरकार के बहिष्कार का फैसला भी कर सकते हैं।
इधर दिल्ली में रविवार को जाट नेताओं ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। इन लोगों ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर के बाहर भी धरना दिया। इसके बाद जाटों के प्रतिनिधिमंडल ने राजनाथ सिंह से मुलाकात कर फरवरी में हुए जाट आंदोलन के दौरान जाटों में दायर मुकदमे वापस लेने की मांग की।
इस बीच हरियाणा के मुख्यंत्री मनोहर लाल खट्टर ने फरवरी में हुए जाट आंदोलन और हिंसा के लिए कांग्रेस को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। खट्टर ने रोहतक में हुई एक रैली में कहा कि कांग्रेस ने आंदोलन की आड़ में राजनैतिक रोटियां सेंकने का काम किया। साथ ही सीएम खट्टर ने जाटों के 5 जून के अल्टीमेटम पर कहा कि पुलिस पूरी तरह से तैयार है और किसी भी उपद्रव करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा।