जीवनशैली

हिचकी आने पर क्या करना चाहिए…

1_1443852067कहते हैं हिचकी आए तो समझ लीजिए आपको कोई याद कर रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है. अचानक से मौसम बदलने, गर्म के बाद कुछ ठंडा खा लेने, सिगरेट पीने से और यहां तक कि ज्यादा टेंशन लेने से भी हिचकी आने लगती है. हम यहां कुछ ऐसे आसान उपाय बता रहे हैं जिससे कुछ सेकेंड्स में ही हिचकियां बंद की जा सकती है –
अचानक से ध्यान भटकना
जानकारों का कहना है कि जब हिचकी आए और उसी समय कोई आपको हैरान कर देने वाली बात बताए या आप अपने दिमाग को दूसरी तरफ लगाएं तो इससे हिचकी रोकने में मदद मिलती है. दरअसल ध्यान भटकने से हिचकी रुक जाती है.

गर्दन पर आइस बैग रखें
हिचकी आते वक्त गर्दन पर आइस बैग या ठंडे पानी में भीगा कपड़ा रखना भी फायदेमंद है.

एक चम्मच शहद
एक थ्योरी कहती है कि हिचकी आने पर एक चम्मच शहद खाना असरदार रहता है. अचानक मिलने वाली शहदकी मिठास शरीर की नर्व्स को बैलेंस कर देती है.

एक ग्‍लास ठंडा पानी पिएं
ऐसा माना जाता है कि हिचकी आने पर तुरंत ठंडा पानीपिया जाए तो ये रुक जाती हैं. कुछ लोग का कहना है कि पानी पीते समय आपको अपनी नाक भी बंद करनी चाहिए.

उंगलियों को मुंह में डालें
हो सकता है यह तरीका आपको पसंद न आए लेकिन ध्यान से अपनी उंगली को मुंह में ले जाने पर भी हिचकी रुक जाती है. ध्यान रहे जल्दबाजी में ऐसा करने से आपको खांसी आ सकती है.

एक चम्मच पीनट बटर खाएं
पीनट बटर खाने से भी हिचकी दूर हो जाती है. जब यह आपके दांत और जीभ से होते हुए खाने की नली में जाता है तो इससे सांस लेने की क्रिया भी प्रभावित होती है जिससे हिचकी रुक जाती है.

नींबू चबाना
अगर एल्कोहॉल पीने की वजह से हिचकी आ रही है तोनींबू चबाकर भी हिचकी रोक सकते हैं. नींबू का एक चौथाई टुकड़ा काट कर मुंह में डालें. फौरन हिचकी में आराम मिलेगा.

पेपर बैग में सांस लें
पेपर बैग में दस बार सांस अंदर लेने और छोड़ने से भी हिचकी रुक जाती है. इससे खून में कार्बन डाई ऑक्साइड का लेवल थोड़ा बढ़ जाता है जो नर्व्स को रिलैक्स करता है. जिससे हिचकियां रुक जाती हैं.

कुछ सेकेंड्स के लिए रोकें सांस
जानकारों का कहना है कि जब हिचकी आए तो अपनी सांसों को कुछ पल के लिए रोक लेना चाहिए. यह बहुत ही पुराना नुस्खा है और इससे हिचकी रोकने में मदद मिलती है.

अपने घुटनों को सीने से लगाएं
जैसे ही हिचकी आए आप तुरंत बैठकर या लेटकर अपने घुटनों को सीने तक ले आएं. इससे फेफड़ों पर दबाव पड़ता है और मांशपेशियों की सिकुड़न भी दूर होती है और हिचकियां रुक जाएंगी.

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