आलोक रंजन ने मुख्य सचिव पद से विदा ली
प्रवीर कुमार बने कार्यकारी मुख्य सचिव, बोले, जन समस्याओं का निस्तारण करें अधिकारी
लखनऊ। प्रदेश के सर्वोच्च प्रशासनिक पद मुख्य सचिव पद को 31 मई 2014 को संभालने वाले वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आलोक रंजन गुरूवार को सेवानिवृत्त हो गए। हालांकि वे बीती 31 मार्च को ही सेवानिवृत्त हो गए होते लेकिन तब उन्हें सरकार ने तीन माह का सेवा विस्तार दे दिया था। मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अब श्री रंजन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मुख्य सलाहकार का कार्यभार संभालेंगे। वहीं उन्होंने अपने पद का कार्यभार कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार को कार्यकारी मुख्य सचिव के रूप में सौंपा। नवसृजित पद काबीना मंत्री के समकक्ष होगा। सेवाकाल के अन्तिम दिन श्री रंजन ने कहा कि जन समस्याओं को अधिकारियों व कर्मचारियों को निस्तारित करने का प्रयास करना चाहिए।
अपने सेवाकाल के अन्तिम क्षणों में मीडिया से रूबरू हुए श्री रंजन ने कहा कि मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार के पद पर रहते हुए वे राज्य सरकार द्वारा शुरू की गयी परियोजनाओं को धरातल पर उतारने का काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आम जनता की समस्याओं को स्वयं की समस्या समझकर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निराकरण करने का प्रयास करना चाहिये। उन्होंने कहा कि वह सदैव शासकीय योजनाओं से आम नागरिकों को अधिक से अधिक लाभान्वित कराने के लिए अपने अधीनस्थ वरिष्ठ अधिकारियों को मार्गदर्शन दिया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने व्यस्ततम् समय से समय निकालकर आम नागरिकों से सीधा संवाद अवश्य स्थापित कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की फीडबैक लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि शासकीय अधिकारियों का दायित्व है कि वह अपनी कार्यशैली का और अधिक बेहतर ढंग से निर्वहन कर शासकीय योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ें।
मुख्य सचिव आलोक रंजन की विदाई समारोह के दौरान कार्यकारी मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार, प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक केएस अटोरिया, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. अनूप चन्द्र पाण्डेय, प्रमुख सचिव वन संजीव सरन, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं प्रमुख स्टाफ आफिसर आलोक कुमार, प्रबंध निदेशक उप्र परिवहन निगम आशीष कुमार गोयल, स्टाफ आफिसर मुख्य सचिवएसएन श्रीवास्तव, विशेष सचिव गोपन कृष्ण गोपाल सहित मुख्य सचिव कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी आदि मौजूद थे।