2001 में ब्रिटेन ने भारत-पाक को परमाणु युद्ध से रोका था!
एजेंसी/ लंदन। भारतीय संसद पर 2001 में हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध का खतरा पैदा हो गया था। ब्रिटेन ने दोनों देशों को समझा-बुझाकर सैन्य टकराव रोका था। यह खुलासा इराक युद्ध पर जारी ब्रिटिश जांच रिपोर्ट से हुआ है।
तत्कालीन ब्रिटिश विदेश मंत्री जैक स्ट्रॉ ने चिलकॉट जांच कमेटी के समक्ष गवाही में कहा कि भारत-पाक के बीच परमाणु हमले का खतरा था।
स्ट्रॉ ने कहा था कि तब वह हर घंटे भारत-पाक मसले पर निगरानी रख रहे थे। इसी दौरान उनकी तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल से नजदीकी हुई।
स्ट्रॉ ने जनवरी 2010 में दी अपनी गवाही में कहा कि 9/11 (2001 में अमेरिका पर आतंकी हमले) के तत्काल बाद ब्रिटेन की विदेश नीति का केंद्र अफगानिस्तान हो गया था।
इसी वर्ष के अंत में 13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर हमला हुआ था। इससे भारत-पाक के बीच सैन्य टकराव की आशंका पैदा हो गई थी। जिसे ब्रिटिश व अमेरिकी सरकारों ने हस्तक्षेप कर टाला।
उल्लेखनीय है कि भारतीय संसद पर पाक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोइबा व जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने हमला किया था। इसमें नौ सुरक्षाकर्मियों ने शहादत देकर आतंकियों को संसद भवन में घुसने से रोक दिया था।