एजेंसी/अमृतसर। आम आदमी पार्टी (आप) के यूथ मेनिफेस्टो में श्री हरिमंदिर साहिब की फोटो के साथ चुनाव चिह्न झाड़ू की तस्वीर लगाने के बाद पैदा हुए बवाल के बीच आप के वरिष्ठ नेता एडवोकेट एचएस फूल्का रविवार को श्री हरिमंदिर साहिब पहुंचे और “सेवा” की।
फूल्का ने अकाल तख्त साहिब में अरदास कर चुनावी घोषणा पत्र में श्री हरिमंदिर साहिब की फोटो के साथ झाड़ू चुनाव चिह्न लगाने और चुनावी घोषणा पत्र की तुलना श्री गुरु ग्रंथ साहिब से करने की माफी मांगी। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को क्लीनचिट देते हुए कहा कि घोषणा पत्र तैयार करने में पंजाब टीम ने गलती की है। अरविंद केजरीवाल का इसमें कोई दोष नहीं है। केजरीवाल 18 जुलाई को श्री हरिमंदिर साहिब में “सेवा” के लिए आएंगे।
घटना के बाद एक हफ्ते से इस मुद्दे पर सियासत गरमाई हुई है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के साथ सिखों के धार्मिक नेता अरविंद केजरीवाल पर माफी मांगने का दबाव बना रहे हैं। फूलका ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने लोकसभा चुनाव में गुरबाणी को ही बदल डाला था। क्या बादल ने मजीठिया से त्याग पत्र मांगा था? या इस गलती पर सिख पंथ से माफी मांगी थी। वह आम आदमी पार्टी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। गुरु साहिबान से ऊंचा कोई नहीं है। उन्होंने सिख मर्यादा के अनुसार गुरु साहिब से माफी मांग ली है।
लंगर भवन में धोए बर्तन, झाड़ू लगा की सेवा
फूल्का रविवार सुबह करीब पौने तीन बजे श्री हरिमंदिर साहिब परिसर स्थित श्री गुरु रामदास लंगर भवन पहुंचे। उन्होंने अकाल तख्त साहिब में अरदास कर आम आदमी पार्टी के यूथ मेनिफेस्टो में श्री हरिमंदिर साहिब की फोटो के साथ झाड़ू चुनाव चिह्न लगाने व चुनावी घोषणा पत्र की तुलना श्री गुरु ग्रंथ साहिब से करने की माफी मांगी। इससे पहले उन्होंने लंगर भवन में सेवा की।
श्रद्धालुओं से बर्तन पकड़ कर लंगर भवन के बाहर बर्तन धोने की सेवा की। गुरु घर की सेवा के दौरान फूल्का ने झाड़ू से श्री गुरु रामदास लंगर भवन के फर्श को धोने की सेवा की। फर्श धोने के लिए पानी की बाल्टियां डालकर सेवा में शामिल हुए। सेवा करने के बाद श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए गए। श्री अकाल तख्त साहिब में माथा टेककर अरदास की। एडवोकेट फूल्का लगभग साढ़े पांच बजे एनआरआई सराय में चले गए। लगभग सवा 11 बजे एनआरआई सराय से अपने सहयोगियों के साथ फिर श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य प्रवेश द्वार से होते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) के मुख्यालय तेजा सिंह समुंदरी हॉल की तरफ स्थित जोड़ा घर पहुंचे। उनके साथ आम आदमी पार्टी के वॉलंटियर्स भी थे।
एसजीपीसी की टास्क फोर्स ने जोड़ा घर में फूलका के अलावा किसी भी वॉलंटियर को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने जोड़ा घर के पीछे बैठकर सेवा निभाई। कुछ देर सेवा करने के बाद वह बाहर आए। इसके बाद वह गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में चले गए। गुरुद्वारे के बाहर बैठ गए।
एसजीपीसी ने किए कड़े सुरक्षा प्रबंध
फूल्का जब अकाल तख्त साहिब की ओर आ रहे थे, तब अकाल तख्त साहिब के मुख्य भवन में एसजीपीसी के कर्मचारियों ने कड़े सुरक्षा प्रबंध कर रखे थे। अकाल तख्त साहिब में लगे अवरोध के साथ बैठे श्रद्धालुओं को उठा दिया गया।