एजेंसी/ श्रीनगर। कश्मीर में पिछले दिनों हिजबुल मुजाहिददीन के आतंकी बुरहान वानी और उसके दो साथियों की सुरक्षाबलों के साथ मुटभेड में हुई मौत के बाद से कश्मीर घाटी हिंसा की आग में जल रही है। इसमें अब तक करीब 40 लोगों की मौत हो चुकी है।
रविवार को कश्मीर में एक बार फिर माहौल गर्मा गया। बांदीपुरा में सेना के शिविर पर प्रदर्शनकारियों ने सेना के शिविर पर हमले की कोशिश की गई। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक व्यक्ति की मौत हो गई। कश्मीर के बांदीपुरा में सेना ने अपने शिविर पर हमला करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई, गोलीबारी में जिसमें एक व्यक्ति मारा गया।
घाटी में जनजीवन अस्त—व्यस्त
कश्मीर में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंधों के बावजूद अलगाववादी संगठनों की ओर से लगातार हिंसक प्रदर्शन जारी है। इससे जनजीवन अस्त—व्यस्त हो गया है। बीते आठ दिनों से घाटी में बीएसएनएल के अलावा सभी मोबाइल सेवाएं रद्द हैं। ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा भी नहीं चल रही हैं। सरकारी सूत्रों का कहना है कि यह कदम हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए उठाया गया है। कश्मीर हिंसा में अब तक जहां 40 लोग मरे हैं जबकि 1,500 सुरक्षा बलों समेत 3,160 लोग घायल हुए हैं। अलगाववादी समर्थक हड़ताल और प्रशासन की ओर से लगाए गए कर्फ्यू जैसे प्रतिबंधों के कारण घाटी में जनजीवन अस्तव्यस्त है।